सोनौली/महाराजगंज: सोनौली कस्बे में मालवाहक वाहनों की लंबी कतारों और जाम ने आम नागरिकों, व्यापारियों व पर्यटकों की परेशानियों को बढ़ा दिया चिलचिलाती धूप में जाम से बेहाल लोग राहत की उम्मीद लगाए खड़े नजर आए। जाम को कम करने के प्रयास में पुलिस भी काफी मशक्कत करती दिखी, लेकिन एसएसबी के ढीले रवैये से पुलिस और व्यापारियों में असंतोष उत्पन्न हो गया।
शनिवार की दोपहर को जाम की स्थिति गंभीर होती देख नौतनवा के पुलिस क्षेत्राधिकारी जयप्रकाश त्रिपाठी पुलिस बल के साथ भारत गेट के पास पहुंचे। वहां सीमा पर वाहनों की जांच कर रहे एसएसबी जवानों से उन्होंने अनुरोध किया कि जांच की प्रक्रिया को तेज किया जाए, जिससे पर्यटकों और स्थानीय लोगों को इस गर्मी में राहत मिल सके। लेकिन जवानों द्वारा इस बात की अनदेखी किए जाने पर सीओ श्री त्रिपाठी अपनी टीम के साथ मौके से लौटकर पुलिस चौकी चले गए। इसके थोड़ी ही देर बाद कस्बे में व्यापारी भारी संख्या में इकट्ठा हो गए और पुलिस से जाम को लेकर बातचीत शुरू की। तनावपूर्ण माहौल के बीच एसएसबी के सहायक कमांडेंट भी मौके पर पहुंचे और व्यापारी तथा पुलिस अधिकारियों से तीखी बहस के बाद आखिरकार बैरियर को मुख्य मार्ग से हटा लिया गया। इसके साथ ही वाहनों की चेकिंग प्रक्रिया को तेज किया गया, जिससे धीरे-धीरे जाम की स्थिति सामान्य होने लगी। बाद में एसएसबी के सहायक कमांडेंट ने व्यापारी नेताओं और पुलिस अधिकारियों के साथ अपने कैंप में बैठक कर चर्चा की और स्थिति की समीक्षा की।
इस संबंध में सीओ नौतनवा जयप्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि, “इस चिलचिलाती धूप में बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक, स्थानीय व्यापारी और त्यौहार मनाने जा रहे लोग जाम में फंसे हुए थे, जिनकी पीड़ा मुझे असहनीय लगी। इसलिए मैंने एसएसबी से चेकिंग प्रक्रिया में तेजी लाने की अपील की थी।”
जाम को लेकर सीमा पर पहुंचे व्यापारियों में प्रमुख रूप से बैजू यादव, विजय रौनियार, बबलू सिंह, श्रीनिवास जायसवाल, राजू पटवा, राजकुमार नायक, दिनेश जायसवाल, पंकज जयसवाल, नीरज गुप्ता, विक्रांत जायसवाल समेत बड़ी संख्या में व्यापारी मौजूद रहे।