Bangladesh Infiltration: बांग्लादेश-भारत बॉर्डर पर अचानक से कोलाहल मचने लगा. सेना के जवानों ने सीमा पर देखा तो बड़ी संख्या में बांग्लादेशी दिख रहे थे. अचानक हलचल से बीएसएफ ने तुरंत मोर्चा संभाला और भारत में घुसने की कोशिश कर 40 से अधिक बांग्लादेशियों को रोक दिया. दरअसल, ये बांग्लादेशी उनके देश में मचे राजनीतिक हलचल के बाद भारत में घुसपैठ करना चाहते थे. मगर, सीमा पर तैनात हमारे सुरक्षा के जवानों ने भीड़ की परवाह किए बिना ही उनको रोक कर खदेड़ दिया.
दरअसल, बीएसएफ और लोकल पुलिस ने बंगाल में अवैध सीमा पार करने के कई प्रयासों को रोका है. बुधवार को बीएसएफ ने कूचबिहार में तीन अलग-अलग स्थानों पर 40 बांग्लादेशी नागरिकों को सीमा पार करने से रोका. वापस खदेड़े जाने के बाद बांग्लादेशियों ने संगरबारी, सीतलकुची के महिषमुरी और सीताई के कोइमारी में जीरो पॉइंट के 150 गज के भीतर डेरा डाल लिया है.
भारत में घुसने की तैयारी
सीनियर बीएसएफ अधिकारियों ने उन लोगों को हटाने की भरपूर कोशिश की. सेना के जवानों को ने उनको हटाने के लिए बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश से संपर्क किया था, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. भारतीय इंटेलिजेंस ने बताया कि पड़ोसी देश में चल रही राजनीतिक उथल-पुथल के कारण घुसपैठ के प्रयासों में में काफी वृद्धि देखी गई है.
मंगलवार को 5 बांग्लादेशी पकड़े गए
सीमा पार से घुसपैठ के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने बुधवार को पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में पांच बांग्लादेशी नागरिकों और एक भारतीय दलाल को गिरफ्तार किया. एक गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस की एक टीम ने बारो चुपरिया गांव की स्थानीय निवासी नसीमा मंडल (40) के घर पर छापा मारा, जहां कथित तौर पर अवैध अप्रवासी शरण लिए हुए थे. पुलिस सूत्रों के अनुसार, बांग्लादेशी करीब एक साल पहले अवैध रूप से भारत में घुसे थे और सोमवार को हंसखली पहुंचने से पहले गुजरात, महाराष्ट्र और बिहार समेत कई राज्यों से गुजरे थे. वे बांग्लादेश के नरैल, झिनैदाहा, जशोर और बागेरहाट जिलों के रहने वाले हैं.