काठमांडू: सोशल मीडिया ऐप बैन के बाद नेपाल में हालात बिगड़ते जा रहे हैं. जनरेशन जी (Gen Z) के विरोध प्रदर्शनों और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई हताहतों के बाद, प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने अपने आधिकारिक आवास पर कई कैबिनेट मंत्रियों के साथ एक बैठक बुलाई है. इसके अलावा शाम 6 बजे भी कैबिनेट मंत्रियों की एक बैठक होनी है.
गृह मंत्रालय के मुताबिक प्रधानमंत्री ने गृह मंत्री रमेश लेखक, रक्षा मंत्री मनबीर राय और विदेश मंत्री आरज़ू राणा देउबा के साथ देश के हालातों पर चर्चा की. यह बैठक ऐसे समय में हो रही है, जब देश के कई शहरों में अधिकारियों ने कर्फ्यू लगा दिया है. विरोध प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसक झड़पों के बाद देश की राजधानी में सेना को तैनात कर दिया गया है. प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस प्रदर्शन में हिस्सा लेने वाली जनरेशन जी को कहा कि वह देश के कानून के खिलाफ काम कर रहे हैं.
संसद तक पहुंचे प्रदर्शनकारी
प्रदर्शनकारी विरोध करते हुए संसद भवन के पास पहुंच गए थे, जिसके बाद संसद के आस पास कर्फ्यू लगाया गया. सेंट्रल सेक्रेटेरियट के पास भी प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़पे हुई और संसद भवन के सामने की कुछ इमारतों पर पथराव किया गया है. उन्हें आग लगाने की कोशिश भी की गई है.
स्वास्थ्य एवं जनसंख्या मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक घाटी के विभिन्न अस्पतालों में 18 लोगों की मौत की खबर मिली है और 100 से ज्यादा घायल हैं. स्वास्थ्य एवं जनसंख्या मंत्रालय ने अपने अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी संघीय अस्पतालों को आज के विरोध प्रदर्शनों में घायल हुए नागरिकों को मुफ्त उपचार प्रदान करने का निर्देश दिया है.
कई इलाकों में लगा कर्फ्यू
शुरुआत में बाणेश्वर के कुछ हिस्सों में लगाया गया कर्फ्यू अब एक बड़े क्षेत्र में लागू है. इसमें राष्ट्रपति आवास, शीतल निवास क्षेत्र, महाराजगंज, लैंचौर में उपराष्ट्रपति आवास, सिंह दरबार के चारों ओर, बलुवाटार में प्रधानमंत्री आवास और आसपास के इलाके शामिल हैं. इसके अलावा काठमांडौ, पोखरा, बुटवल और भैरहवा में स्थानीय प्रशासन की ओर कर्फ्यू लगाया गया है.






