मध्य पूर्व में इस वक्त हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. इजराइल और ईरान के बीच छिड़ा टकराव अब चौथे दिन में दाखिल हो चुका है और हालात हर बीतते घंटे के साथ और खतरनाक होते जा रहे हैं. इजराइल ने दावा किया है कि उसने ईरान के सैन्य और परमाणु ठिकानों पर हमला किया है ताकि तेहरान के न्यूक्लियर वेपन प्रोग्राम को रोका जा सके.
अब ताजा सैटेलाइट तस्वीरों ने इस जंग की भयावहता को पूरी दुनिया के सामने ला दिया है. इन हाई-रेज़ोलूशन इमेजेस से खुलासा हुआ है कि इजराइल ने ईरान के कई बड़े शहरों और संवेदनशील ठिकानों को निशाना बनाया है. नतांज, इस्फहान, फोर्दो से लेकर तब्रिज और कर्मानशाह तक, हर जगह बम गिरने के निशान साफ नजर आ रहे हैं. इन तस्वीरों ने ये भी दिखाया कि हमले सिर्फ सैन्य या परमाणु ठिकानों तक सीमित नहीं रहे, बल्कि एयरपोर्ट्स और रिहायशी इलाकों तक में तबाही का मंजर है.
इन जगहों पर इजराइल ने किए हमले
1. नतांज परमाणु केंद्र: ईरान का सबसे बड़ा और भूमिगत यूरेनियम संवर्धन केंद्र.
2. इस्फहान न्यूक्लियर टेक्नोलॉजी सेंटर: हमले के बाद यहां की गतिविधियां ठप पड़ गई हैं.
3. तब्रिज एयरपोर्ट: यहां भी एक बड़ा धमाका हुआ जिसकी पुष्टि सरकारी मीडिया ने की है.
4. कर्मानशाह का अस्पताल: ईरानी मीडिया का दावा है कि यहां भी बम गिरा.
5. फोर्दो न्यूक्लियर साइट: यह इजरायली खुफिया एजेंसियों के रडार पर महीनों से थी.
ईरान का जवाब और अमेरिका को चेतावनी
ईरान ने इजराइल के जवाब में दर्जनों मिसाइलें दागीं, जिनमें से कुछ इजराइल के आयरन डोम सुरक्षा कवच को पार कर गईं. इन हमलों में आम नागरिकों की मौत की खबरें सामने आई हैं. ईरान ने अमेरिका को भी धमकी दी थी कि वो इजराइल का साथ न दें लेकिन सोमवार को एक ईरानी मिसाइल तेल अवीव में अमेरिका एंबेसी के पास आकर गिरी. हालांंकि अमेरिका ने शुरुआत में खुद को तटस्थ बताया, बाद में इजराइल के साथ खड़ा दिखा.
IAEA, संयुक्त राष्ट्र और पश्चिमी देशों की चिंताएं
IAEA (अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी) ने कहा कि नतांज और अन्य परमाणु साइट्स को फिलहाल कोई नुकसान नहीं हुआ है. संयुक्त राष्ट्र और यूरोपीय देश लगातार संघर्ष विराम की अपील कर रहे हैं. अमेरिका की तरफ से सैन्य मदद मिलने के संकेत हैं, हालांकि वो सीधे युद्ध में नहीं उतरा है. इजराइल ने ईरान को चेतावनी दी है कि वो और सैन्य ठिकानों पर हमला करेगा. विशेषज्ञ मान रहे हैं कि अगर हालात नहीं संभले, तो ये जंग पूरे मध्य पूर्व को चपेट में ले सकती है.