सोनौली/महराजगंज (विजय नाथ पाण्डेय)। भारत–नेपाल सीमा पर स्थित सोनौली क्षेत्र में डग्गामार वाहनों का अवैध संचालन थमने का नाम नहीं ले रहा है। रोडवेज बस स्टेशन से महज सौ मीटर की दूरी पर दर्जनों अवैध वाहन जमावड़ा लगाकर संचालन कर रहे हैं, जिससे सरकारी रोडवेज सेवाओं को भारी राजस्व नुकसान उठाना पड़ रहा है।
सुबह से देर रात तक सोनौली बस डिपो के सामने और प्राइवेट बस स्टैंड के आसपास डग्गामार बसों की लंबी कतारें लगी रहती हैं। नेपाल से आने–जाने वाले यात्रियों को यह वाहन चालक सस्ती टिकट और कम समय में गंतव्य तक पहुँचाने का लालच देकर अपनी बसों में बैठा लेते हैं। कई चालक तो रोडवेज बसों के सामने खड़े होकर यात्रियों को आवाज लगाकर अपनी ओर खींचते हैं, जिससे सरकारी बसों की सवारियां कम हो रही हैं।
रोडवेज विभाग के अधिकारियों के अनुसार नियमानुसार बस स्टेशन के एक किलोमीटर के भीतर इस प्रकार के अवैध वाहनों का खड़ा होना प्रतिबंधित है। विभाग की ओर से इस संबंध में कई बार एआरटीओ महराजगंज को सूचना दी जा चुकी है, लेकिन कार्रवाई दिखावटी साबित हो रही है। जांच टीम के लौटते ही ये अवैध वाहन दोबारा उसी स्थान पर खड़े नजर आते हैं।
स्थानीय लोगों ने बताया कि ये डग्गामार बसें न तो यात्री सुरक्षा के मानकों का पालन करती हैं और न ही इनके पास वैध परमिट और बीमा होता है। दुर्घटना की स्थिति में यात्रियों को मुआवजे का कोई कानूनी अधिकार भी प्राप्त नहीं होता, इसके बावजूद सस्ती यात्रा के लालच में लोग इन बसों में सवार हो जा रहे हैं।
इस संबंध में एआरटीओ मनोज कुमार सिंह ने बताया कि विभाग द्वारा समय–समय पर अभियान चलाकर कार्रवाई की जाती है और आगे भी सख्त अभियान जारी रहेगा। हालांकि क्षेत्रीय लोगों की मांग है कि इस अवैध संचालन पर स्थायी रोक लगाई जाए, ताकि यात्रियों की सुरक्षा और सरकारी राजस्व दोनों को बचाया जा सके।






