सिद्धार्थनगर। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता कमाल अहमद खान के नेतृत्व में जिले के किसानों और उर्वरक विक्रेताओं ने खाद संकट के मुद्दे पर एकजुट होकर सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता सिद्धार्थनगर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से किसानों ने खाद की उपलब्धता में आ रही समस्याओं पर चिंता व्यक्त की और प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की।
दैवीय आपदाओं और खाद संकट से जूझते किसान
ज्ञापन में कहा गया कि सिद्धार्थनगर पिछड़े जनपद की श्रेणी में आता है, जहां के किसान दैवीय आपदाओं से लगातार प्रभावित होते रहे हैं। किसानों ने बताया कि अब खाद की किल्लत (यूरिया, डाई, पोटाश आदि) ने उनकी स्थिति को और भी गंभीर बना दिया है। यदि समय पर उचित दर पर खाद उपलब्ध नहीं कराई गई तो उनकी बची हुई फसलें भी बर्बाद हो सकती हैं।
सीमा क्षेत्र में तस्करी और कालाबाजारी का आरोप
किसानों और नेताओं ने आरोप लगाया कि नेपाल सीमा से सटे होने के कारण जिले में खाद की तस्करी और कालाबाजारी खुलेआम हो रही है। कमाल अहमद खान ने कहा कि इस स्थिति के चलते वास्तविक किसानों तक खाद की पूर्ति नहीं हो पा रही है। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि खाद की आपूर्ति तत्काल सुनिश्चित की जाए और कालाबाजारी व तस्करी पर सख्ती से रोक लगाई जाए।
विक्रेताओं ने 12 सूत्रीय मांगपत्र सौंपा
इसी क्रम में उर्वरक फुटकर वेल्फेयर एसोसिएशन भी किसानों के समर्थन में आगे आया। एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष आदर्श श्रीवास्तव के नेतृत्व में विक्रेताओं ने 12 सूत्रीय मांगपत्र प्रशासन को सौंपा। ज्ञापन में खाद वितरण व्यवस्था को दुरुस्त करने और विक्रेताओं व किसानों की समस्याओं के समाधान की मांग की गई।
प्रदर्शन में बड़ी संख्या में लोगों की मौजूदगी
इस मौके पर समाजवादी पार्टी के प्रदेश कोषाध्यक्ष ओमकार त्रिपाठी, नीरज कुमार वर्मा, मो. जफर, रियाज खान, इरशाद खान, अरबाज, सोनू, अजहर खान, कलाम हाशमी समेत बड़ी संख्या में किसान, कार्यकर्ता और उर्वरक विक्रेता उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर प्रशासन से खाद संकट पर तुरंत ठोस कार्रवाई करने की मांग की।