भारत-नेपाल सीमा पर 2025 में अब तक की सबसे बड़ी जब्ती, मानव तस्करी और नक्सल गतिविधियों पर भी कड़ा प्रहार-
पटना: सशस्त्र सीमा बल (SSB) की पटना स्थित सीमांत मुख्यालय द्वारा भारत-नेपाल अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा, मानव तस्करी और नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ की गई कार्रवाई में इस वर्ष अब तक कई महत्वपूर्ण सफलताएं दर्ज की गई हैं। यह जानकारी सीमांत मुख्यालय के महानिरीक्षक निशीत कुमार उज्जवल ने कर्पूरी ठाकुर सदन में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान दी।
14 विदेशी नागरिक गिरफ्तार, 9 मामले दर्ज-
महानिरीक्षक ने बताया कि जनवरी 2025 से 15 जुलाई 2025 के बीच एसएसबी ने विशेष निगरानी और जांच अभियानों के तहत कुल 14 विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। 14 विदेशी नागरिकों को 9 मामलों में गिरफ्तार किया है। पकड़े गए विदेशी नागरिकों में:
- 08 चीनी नागरिक
- 03 बांग्लादेशी नागरिक
- 01-01 नागरिक कनाडा, यूक्रेन और सेनेगल के शामिल हैं।
ये सभी व्यक्ति भारत में अवैध रूप से प्रवेश करते पाए गए थे।
नशीले पदार्थों की 6709 किलो से अधिक खेप जब्त-
एसएसबी ने सीमा क्षेत्र में नशीली दवाओं की तस्करी के विरुद्ध 2025 में अब तक 157 मामलों में कार्रवाई करते हुए कुल 6709.759 किलोग्राम मादक पदार्थ जब्त किए हैं।
जब्त की गई सामग्री में शामिल हैं:
- 6590 किलो गांजा
- 115 किलो चरस
- 2 किलो अफीम
- ब्राउन शुगर, कोकीन और स्मैक
इस दौरान 153 तस्करों को गिरफ्तार किया गया, जो विभिन्न अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क से जुड़े बताए जा रहे हैं।
मानव तस्करी के खिलाफ बड़ी सफलता-
मानव तस्करी रोकने की दिशा में SSB ने वर्ष 2025 में 108 मामलों में 209 महिलाओं और बच्चों को मुक्त कराया है। इनमें से 97 पीड़ित मानव तस्करी के चंगुल में फंसे हुए थे।
नकली करेंसी और जीवन रक्षक अभियान-
फर्जी मुद्रा की जब्ती के मामले में SSB ने 4 मामलों में कुल 1,10,600 रुपये की जाली करेंसी बरामद की है। इसके अतिरिक्त, राहत एवं बचाव कार्यों के तहत SSB की टीम ने गंगा नदी में डूब रहे 12 लोगों की जान बचाई और 2 शवों को नदी से बाहर निकाला।
नक्सल विरोधी अभियानों में 38 गिरफ्तारियां-
बिहार और झारखंड के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात सीमांत पटना की 5 वाहिनियों ने अब तक 38 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई राज्य की आंतरिक सुरक्षा को मज़बूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।