मैग्नस कार्लसन बने पहले शतरंज ई-स्पोर्ट्स विश्व कप 2025 चैंपियन

रियाद, सऊदी अरब:  विश्व नंबर एक नॉर्वे के ग्रांडमास्टर मैग्नस कार्लसन (टीम लिक्विड) ने ईरान के ग्रांडमास्टर अलीरेज़ा फिरौज़जा (टीम फाल्कन्स) को फाइनल में लगातार दो सेटों में 3-1, 3-1 से हराकर पहले शतरंज ई-स्पोर्ट्स विश्व कप 2025 का खिताब अपने नाम कर लिया। इस जीत के साथ कार्लसन ने न केवल इतिहास रच दिया बल्कि 2,50,000 डॉलर की पुरस्कार राशि और अपनी टीम के लिए 1000 अंक भी अर्जित किए।

फाइनल मुकाबला टेनिस की तरह तीन सेटों का था, जिसमें प्रत्येक सेट चार बाजियों का था। अगर ज़रूरत पड़ती तो तीसरा सेट दो बाजियों का होता। कार्लसन ने पहला सेट दो जीत और दो ड्रॉ से 3-1 से जीता। दूसरा सेट फिरौज़जा ने एक जीत से शुरू किया, पर अगले तीनों बाजियाँ हारकर मैच भी गँवा दिया।

तीसरे स्थान का मुकाबला:अमेरिका के ग्रांडमास्टर हिकारू नाकामुरा (टीम फाल्कन्स) ने भारत के ग्रांडमास्टर अर्जुन एरिगैसी (टीम जेन.जी) को 3.5-2.5 से हराकर तीसरा स्थान हासिल किया। अर्जुन ने पहली बाजी में जीत दर्ज की थी, इसके बाद मुकाबला बराबरी पर चलता रहा लेकिन निर्णायक बाजी नाकामुरा ने जीतकर कांस्य पदक पर कब्जा जमाया। नाकामुरा को 1,45,000 डॉलर और अर्जुन को 1,15,000 डॉलर की पुरस्कार राशि मिली।

इस टूर्नामेंट में सभी बाजियाँ 10 मिनट के समय नियंत्रण पर खेली गईं। ई स्पोर्ट्स नियमों के अंतर्गत खिलाड़ियों को शोर-रहित हेडफोन पहनने और संगीत सुनने की छूट दी गई। कुल पुरस्कार राशि 15 लाख डॉलर थी और शतरंज खिलाड़ियों को 2.7 करोड़ डॉलर की ई-स्पोर्ट्स साझा इनामी राशि का हिस्सा भी मिला।

इस जीत के बाद कार्लसन ने कहा:

“सेमीफाइनल वास्तव में सबसे कठिन था और आर्मागेडन की कुछ चालों ने ही फर्क पैदा किया। आज के मुकाबलों में मुझे अधिक नियंत्रण महसूस हुआ, खासकर पहले खेल के बाद। मैं कभी-कभी जल्दी चलने को तरजीह देता हूँ बजाय ज़्यादा सोचने के।”

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