इंटरनेशनल डेस्क: ईरान इजराइल जंग को 9 दिन बीत गए हैं, लेकिन इसके रुकने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है. वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति भी बार-बार ईरान को धमकी दे रहे हैं. इजराइल के हमलों के खिलाफ ईरान अपनी मिसाइलों से जवाब तो दे ही रहा हैं, साथ ही ईरान के विदेश मंत्री कूटनीतिक तौर पर भी दुनिया के सामने ईरान का पक्ष रख रहे है.
पिछले 24 घंटों अब्बास अराघची ने 51 देशों के मंत्रियों से मुलाकात की है. शुक्रवार को वह जेनेवा में जर्मन, फ्रांस और ब्रिटेन के विदेश मंत्रियों से मिले थे. आज वह तुर्की में हो रहे मुस्लिम देशों के सबसे बड़े संगठन OIC की बैठक में हिस्सा लेने तुर्की पहुंचे हैं. इस समिट में 48 देशों के अधिकारी भाग ले रहे हैं. सभी के सामने अराघची ने ईरान का पक्ष रखा और इजराइल को क्षेत्र में फैली अशांति के लिए जिम्मेदार ठहराया.
Proceedings of the 51st session of the Council of Foreign Ministers of the Organization of Islamic Cooperation (OIC) kick off in #Istanbul, June 21-22, 2025. #OICCFMIstanbul #OICCFM51 #OICCFM pic.twitter.com/VqWjtjLYMf
— OIC (@OIC_OCI) June 21, 2025
अमेरिकी हमले के डर के बीच अराघची
अब्बास अराघची दुनिया भर से ईरान के लिए समर्थक जुटा रहे हैं. OIC की बैठक पूरी होने के बाद मुस्लिम देश कुछ बड़ा फैसला ले सकते हैं. क्योंकि अमेरिका ने इजराइल का साथ देने का पूरा इरादा कर लिया है. ऐसे में ईरान को अपने साथ के लिए बाहरी मदद की जरूरत होग. तुर्की में हो रहे OIC समिट पर दुनिया भर की निगाह टिकी हुई है. क्योंकि इजराइल हमलों के खिलाफ मुस्लिम देश कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं.
इजराइल क्षेत्र की शांति में रुकावट- एर्दुआन
OIC में बोलते हुए तुर्की राष्ट्रपति एर्दुआन ने पश्चिमी नेताओं पर इजराइल को ‘बिना शर्त समर्थन’ देने का आरोप लगाया. तुर्की नेता ने कहा कि उनका देश मध्य पूर्व की सीमाओं को ‘खून से’ दोबारा निर्धारित नहीं होने देगा. साथ ही उन्होंने कहा कि इजराइल मध्य पूर्व की शांति में रुकावट है.