LoC से IB तक पहुंची पाकिस्तान की फायरिंग, हॉटलाइन पर भारत ने जताया विरोध, DGMO ऑफिस ने की बात

 

PAK CEASEFIRE VIOLATION: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान दोनों की फौजें हाई अलर्ट पर हैं. पाकिस्तान आर्मी लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) पर शुरू की फायरिंग 29-30 अप्रैल की रात को इंटरनेशनल बॉर्डर तक पहुंच गई. पाक सेना ने अख्नूर, नौशेरा, सुंदरबनी,बारामूला, कुपवाड़ा और परगवाल सेक्टर में रात भर स्मॉल आर्म फायरिंग की. इस फायरिंग का भारतीय सेना ने माकूल जवाब दिया. चार साल से बाद सीज फायर वॉयोलेशन का सिलसिला फिर से शुरू हो गया है. पाक सेना रात के अंधेरे में पिछले 6 रात से लगातार फायरिंग कर रही है. भारत ने इस हो रही फायरिंग का कड़ा विरोध पाक सेना के सामने दर्ज कराया. यह विरोध भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओं ऑफिस को हर हफ्ते मंगलवार को होने वाली बातचीत के दौरान जताया. यह बातचीत हॉटलाइन के जरिए हुई.

कैसे माना जाता है सीजफायर वायोलेशन?
भारतीय सेना लगातार पाकिस्तान के सीजफायर वॉयोलेशन के ऑकड़े भी अपने पास रखती है. फिलहाल पाक छोटे हथियोरों से फायरिंग कर रहा है. भारत बी छोटे हथियारो के जरिए ही उसका जवाब देता है. छोटे हथियानों में राइफल, कार्बाइन, LMG (लाइट मशीन गन), रॉकेट लॉन्चर और कम कैलिबर के मोर्टार होता है. हांलाकि अभी तक पाक सेना ने मोर्टैर का इस्तेमाल नहीं किया है.सूत्रों के मुताबिक अगर छोटे हथियारों से एक जगह 15 से 20 राउंड भी अगर फायर होते है तो उसे सीजफायर वायोलेशन में गिना जाता है. अगर मोर्टार का एक राउंड भी दागता है तो भी सीजफायर वायोलेशन कहा जाता है. अगर किसी छोटे हथियार के एक राउंड से सेना के जवान को कोई नुकसान होता है तो भी उसे सीजफायर वायोलेशन के दायरे में रखा जाता है.

एक साल 5000 CFV का बनाया रिकार्ड
4 साल से तो LOC पर शांति रही. उस शांति से पहले की अशांति ने तो मानो सारे रिकॉर्ड तोड़ कर नया ही रिकॉर्ड बना दिया था. साल 2020 में पाकिस्तान ने पूरी LoC पर 5133 बार सीजफायर के उलंघन का रिकॉर्ड बना दिया था.उससे पहले साल 2019 में पाक ने 3479 बार सीजफायर तोड़ फायरिंग की तो साल 2018 में इसकी संख्या 2140 रही थी. फरवरी 2021 को भारत और पाकिस्तान ने सीजफायर पर अपना सहमती जाताई थी. उस साल भी जनवरी में 380 और फरवरी में सीजफायर के सहमती के लागू होने से पहले पाक ने 278 बार सीज फायर का उलंघन किया था.

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