संसद का विशेष सत्र बुलाए सरकार… पहलगाम आतंकी हमले पर जवाब देने के लिए विपक्ष की मांग

 

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर जहां एक तरफ लगातार कांग्रेस समेत पूरा विपक्ष सरकार के साथ आतंकवाद के खिलाफ हर एक्शन में साथ देने की बात कर रहा है. वहीं दूसरी तरफ पूरा विपक्ष इस घटना को लेकर अब सरकार को खुले मंच पर घेरने की रणनीति पर भी काम कर रहा है. ये जानकारी सूत्रों ने दी है, जिनका कहना है कि कांग्रेस सभी पार्टियों को इस बात को लेकर लामबंद कर रही है कि पहलगाम में हुई आतंकी घटना पर संसद का विशेष सत्र बुलाने को लेकर सरकार पर बड़ा दबाव बनाया जा सके. साथ ही सरकार को इस घटना के लिए सवालों के कठघरे में खड़ा कर दबाव बनाया जा सके. इस बाबत सीपीआई के राज्यसभा सांसद संदोष कुमार ने संसदीय कार्य मंत्री को पत्र भी लिखा है.

सूत्रों का कहना है कि सरकार को कठघरे में खड़ा करने के साथ ही इस हमले में शामिल आतंकियों से निपटने के लिए आखिर सरकार क्या कदम उठाने जा रही है? इसका जवाब भी सरकार से लिया जा सके. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस ने इसके लिए तमाम विपक्षी पार्टी के नेताओं से मिलकर उन्हें साथ लाने की कोशिश भी शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि जल्द ही कांग्रेस केंद्र सरकार को संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग को लेकर एक आधिकारिक पत्र भी लिख सकती है.

कांग्रेस सासंद तारीक अनवर का बयान

इसमें उन सभी विपक्षी दलों का जिक्र किया जाएगा जो इस मांग में कांग्रेस के साथ आने के लिए तैयार हैं. कांग्रेस की पहलगाम आतंकी घटना को लेकर विशेष सत्र बुलाने की मांग की इस चर्चा पर कांग्रेस सासंद तारीक अनवर ने कहा कि मेरी व्यक्तिगत राय है कि सत्र बुलाना चाहिए और इसलिए बुलाना चाहिए क्योंकि जो ये घटना हुई है, जिसमें बेगुनाहों की जान गई है उसके बाद सरकार का जो रवैया है वो काफी उदासीन है.

राज्यसभा सांसद संदोष कुमार का पत्र

संसद का विशेष सत्र बुलाने के लिए सीपीआई के राज्यसभा सांसद संदोष कुमार ने संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू को पत्र भी लिखा है. इसमें उन्होंने कहा कि मैं भारी मन से आपको ये पत्र लिख रहा हू. पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले से बहुत दुखी हूं. इस घटना ने न केवल पीड़ितों और उनके परिजनों को भारी दुख पहुंचाया है बल्कि देश की अंतरात्मा को भी झकझोर दिया है. इन कठिन समय में ये जरूरी है कि हमारी संसद लोगों की आवाज, एकजुटता के साथ हमारे गहरे दुख को व्यक्त करने, पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने और आतंकवाद के खिलाफ देश के अडिग संकल्प को दोहराने के लिए एक साथ आए.

मुझे पूरा विश्वास है: संदोष कुमार

उन्होंने कहा, मैं आपसे जल्द से जल्द संसद का विशेष सत्र बुलाने पर विचार करने का आग्रह करता हूं. इस तरह के सत्र में विभिन्न दलों के सदस्य एक स्वर में एकत्रित होकर इस क्षति पर शोक व्यक्त कर सकेंगे, देश की इच्छा व्यक्त कर सकेंगे और ये संदेश दे सकेंगे कि भारत उन लोगों के खिलाफ एकजुट और दृढ़ है जो आतंकवाद से हमें नुकसान पहुंचाना चाहते हैं. संसद को राजनीतिक विभाजन से ऊपर उठकर लोगों की भावना और आकांक्षाओं को मूर्त रूप देना चाहिए. मुझे पूरा विश्वास है कि हमारी संसद जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए उठ खड़ी होगी और अपने लोगों और दुनिया को इस दुख की घड़ी में देश की एकता दिखाएगी.

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