जारी है ऑपरेशन सिंधु, देश लौटे 311 भारतीय नागरिक… नेपाल सरकार ने भारत को क्यों कहा शुक्रिया

नई दिल्लीः मिडिल ईस्ट में हालात बिगड़ते देख भारत सरकार की ओर से चलाया जा रहा ऑपरेशन सिंधु अब जोर पकड़ रहा है। इस ऑपरेशन के जरिए लगातार भारतीय नागरिकों की देश वापसी की जा रही है। इसी कड़ी में रविवार को शाम साढ़े चार बजे ईरानी शहर मशहद से एक और फ्लाइट दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची। इसमें करीब 311 भारतीय नागरिक मौजूद थे।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए जानकारी दी कि ईरान से आई इस स्पेशल फ्लाइट के जरिए इन लोगों की युद्ध की मार झेल रहे इलाके से वापसी हो गई है। इसके साथ ही ईरान से सुरक्षित वापस घर आने वालों का आंकड़ा 1428 हो गया है। इससे पहले भी ऐसी ही दूसरी फ्लाइट्स के जरिए भारतीय छात्रों समेत दूसरे भारतीय नागरिकों को वापस लाया जा चुका है।

नेपाल सरकार ने भारत से मांगी मदद
बता दें कि इस संघर्ष में भारत पड़ोसी देशों के साथ सहयोग कर रहा है और पड़ोसी धर्म निभा रहा है। नेपाल और श्रीलंका में फंसे अपने नागरिकों को ईरान से निकालने के लिए भारत से मदद मांगी, जिसे भारत ने स्वीकार किया है। इसी सिलसिले में ईरान में भारतीय दूतावास ने घोषणा की वो इन दोनों देशों के नागरिकों को भी ईरान से सुरक्षित निकालेगा। दूतावास ने नेपाल और श्रीलंका के नागरिकों के लिए आपातकालीन संपर्क नंबर भी सार्वजनिक तौर पर सामने रखा, जिससे कि वो एंबेसी के संपर्क में आ सकें और उनकी निकासी को सुनिश्चित किया जा सके।

विदेश मंत्री जयशंकर का किया शुक्रिया
तेहरान में भारतीय एंबेसी की इस घोषणा के बाद नेपाल की विदेश मंत्री आरजू राणा देउबा ने एक्स पर पोस्ट कर विदेश मंत्री जयशंकर को शुक्रिया किया। उन्होंने कहा कि कि जिस तरह से भारत ने ईरान से नेपाली नागरिकों को निकालने में तत्परता दिखाई है। इससे भारत और नेपाल के संबंधों की दृढ़ता का पता चलता है। बता दें कि इससे पहले 20 जून को रात दो बैच में 407 भारतीयों ने देश वापसी की थी। वहीं 19 जून को 110 छात्र आर्मेनिया और दोहा के रास्ते भारत आए थे।

ईरान और आर्मेनिया की सरकारों का आभार किया व्यक्त
भारतीय विदेश विभाग के एक बयान के मुताबिक, भारतीय दूतावास ने उत्तरी ईरान से इन छात्रों को निकाला। ईरान और आर्मेनिया में भारतीय मिशनों ने इस कोशिश में अहम योगदान दिया। भारत सरकार ने निकासी प्रक्रिया को सुचारू तौर पर चलाने के लिए ईरान और आर्मेनिया की सरकारों का आभार भी व्यक्त किया।

जानें भारत सरकार का क्या कहना है?
सरकार का कहना है कि ये मिशन तब तक जारी रहेगा, जब तक कि ईरान से हर भारतीय शख्स सुरक्षित घर ना लौट जाए। इन उड़ानों में लौटने वाले लोगों में छात्रों के अलावा तीर्थयात्री और दूसरे भारतीय नागरिक भी शामिल हैं। वापस वतन लौटने पर इनमें से कई लोग बहुत भावुक हो गए थे। ईरान ने एक विशेष कदम उठाते हुए भारत के निकासी ऑपरेशन को सहज बनाने के लिए अपना एयरस्पेस खोल दिया। छात्रों को पहले तेहरान से मशहद ले जाया गया था। ईरानी एयरलाइंस की ओर से संचालित उड़ानों को भारतीय पक्ष के साथ को-ऑर्डिनेट किया गया

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

LIVE KHABAR AB TAK NEWS ADD
LIVE KHABAR AB TAK NEWS ADD-2
LIVE KHABAR AB TAK NEWS ADD
LIVE KHABAR AB TAK NEWS
error: Content is protected !!