महराजगंज (आनन्द कुमार श्रीवास्तव)। जिले में 25 निजी विद्यालयों द्वारा अभिभावकों से मानक से अधिक शुल्क वसूलने का मामला सामने आया है। जांच टीम की रिपोर्ट में इन विद्यालयों पर नियमों की अवहेलना करते हुए मनमाने ढंग से शुल्क वसूलने की पुष्टि हुई है। मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) प्रदीप कुमार शर्मा ने सभी विद्यालयों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
जांच टीम की रिपोर्ट में खुलासा
सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई विभाग को लगातार मिल रही शिकायतों के बाद की गई। 16 अप्रैल 2025 को खंड शिक्षा अधिकारियों और राजकीय विद्यालयों के प्रधानाचार्यों की जांच टीम गठित की गई थी। जांच में नौतनवां के नौ, परतावल के पांच, सिसवां के चार, धानी के तीन, सदर के दो और मिठौरा व निचलौल ब्लॉक के एक-एक विद्यालय शामिल पाए गए।
प्रशासन के पूर्व निर्देश
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश स्ववित्त पोषित स्वतंत्र विद्यालय अधिनियम 2018 के तहत जिलाधिकारी ने पिछले वर्ष ही स्पष्ट निर्देश दिए थे कि निजी विद्यालय मानक से अधिक शुल्क न वसूलें और न ही पुस्तकों एवं यूनिफॉर्म को लेकर अभिभावकों पर दबाव डालें। इसके बाद 15 अप्रैल 2024 को जिला प्रशासन की ओर से छह बिंदुओं पर विस्तृत दिशा-निर्देश भी जारी किए गए थे।
एक सप्ताह की मोहलत, अन्यथा कार्रवाई
डीआईओएस ने सभी विद्यालयों को निर्देश दिया है कि वे एक सप्ताह के भीतर शुल्क वसूली पर अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें और अभिभावकों से वसूला गया अतिरिक्त शुल्क वापस करें। निर्धारित समय सीमा में संतोषजनक जवाब न मिलने की स्थिति में दोषी विद्यालयों पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।
मामले को जिला शुल्क नियामक समिति को भेजा गया है और प्रशासन ने संकेत दिया है कि दोषी विद्यालयों के खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।







