पोस्टमार्टम के बाद शव पहुंचा घर, पुलिस की मौजूदगी में हुआ अंतिम संस्कार-
नौतनवा/महराजगंज (आनन्द श्रीवास्तव)। गोरखपुर-नौतनवा रेलखंड पर संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाई गई जेएनएम छात्रा किरन साहनी के परिजनों ने उसकी हत्या की आशंका जताई है। शनिवार देर शाम पोस्टमार्टम के बाद शव गांव रुद्रौली उर्फ करैला लाया गया, जहां रविवार को डूड़ी नदी के तट पर पुलिस की मौजूदगी में अंतिम संस्कार किया गया। बेटी की मौत से आहत परिजनों ने मामले में जांच की मांग की है।
शव पहुंचते ही मचा कोहराम, परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल-
पुलिस द्वारा शव सुपुर्द किए जाने के बाद गांव में मातम पसर गया। माता प्रेमा देवी, पिता राजेश साहनी और भाई दिव्याल का रो-रो कर बुरा हाल था। मुंबई से पहुंचे पिता और भाई किरन के अंतिम दर्शन कर टूट पड़े। परिजन और ग्रामीण महिलाएं मृतका के घर जमा होकर शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाने में लगी रहीं। अंतिम संस्कार के बाद पूरे गांव में गहरा शोक व्याप्त रहा।
पिता का आरोप: बेटी की हत्या कर रेल पटरी पर फेंका गया-
पिता राजेश साहनी ने साफ तौर पर बेटी की हत्या की आशंका जताई है। उन्होंने बताया कि दुसरे की मोबाइल शाम करीब 7 बजे किरन ने फोन कर बताया कि वह महराजगंज में है। मगर शाम डेमू ट्रेन 7:40 पर नईकोट रेलवे स्टेशन से नौतनवा की ओर गुजर चुकी थी। दूसरी ट्रेन दुर्ग के लोको पायलट ने रेलवे ट्रैक के बीच शव पड़े होने की सूचना दी। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर किरन महराजगंज में थी, तो वह रात में नौतनवा के निकट रेलवे ट्रैक पर कैसे पहुंची?
पिता राजेश के अनुसार, रेलवे ट्रैक पर शव की स्थिति, शरीर का कोई अंग पूरी तरह न कटना, और शव का ट्रैक के बीच में होना, ये सभी बातें दुर्घटना की बजाय हत्या की ओर संकेत करती हैं। इसके अलावा, जिस समय किरन ने फोन किया, उस समय की ट्रेनें भी घटना से मेल नहीं खा रही हैं, जिससे संदेह और गहराता है।
किरन साहनी की रहस्यमयी मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां परिजन इसे हत्या मान रहे हैं, वहीं पुलिस मामले की जांच में जुटी है। अब सबकी निगाहें पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और पुलिस की जांच पर टिकी हैं।