सोनौली/महराजगंज (आनन्द श्रीवास्तव)। भारत-नेपाल सीमा पर स्थित सोनौली बॉर्डर पर एक नेपाली महिला को इमिग्रेशन जांच के दौरान फर्जी भारतीय पासपोर्ट के साथ गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई उस समय हुई जब महिला विदेश यात्रा की तैयारी में थी और इमिग्रेशन काउंटर पर जांच के लिए पहुंची थी।
दो देशों के पासपोर्ट, दो अलग नाम-
गिरफ्तार महिला के पास से भारत और नेपाल—दोनों देशों के पासपोर्ट बरामद हुए हैं। खास बात यह रही कि दोनों पासपोर्ट अलग-अलग नाम और पते पर बने थे, जिससे उसकी पहचान और मंशा पर संदेह गहरा गया। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ कि महिला ने फर्जी नाम और दस्तावेजों के आधार पर भारतीय पासपोर्ट बनवाया था, जबकि वह नेपाली नागरिक है। उसके पास नेपाली पासपोर्ट नंबर 4530260 और नेपाली नागरिकता प्रमाण पत्र भी मिला। उसने फर्जी तरीके से पश्चिम बंगाल से भारतीय पासपोर्ट और आधार कार्ड बनवाया था।। उसके पास से आधार कार्ड (9634 5090 3518) और भारतीय पासपोर्ट (T7666636) बरामद हुए है।
हांगकांग जाने की थी योजना-
इमिग्रेशन अधिकारियों को पूछताछ में पता चला कि महिला हांगकांग जाने की योजना बना रही थी। यात्रा के लिए उसने भारतीय पासपोर्ट का उपयोग करने की कोशिश की, जिससे उसकी असल नागरिकता छिपी रह सके। हालांकि, इमिग्रेशन टीम की सतर्कता के चलते यह साजिश नाकाम हो गई।
मुकदमा दर्ज कर भेजा गया जेल-
गिरफ्तारी के बाद महिला को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। सभी आवश्यक दस्तावेजों की जांच के उपरांत उसके खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है।
संगठित गिरोह की आशंका-
जांच एजेंसियों को आशंका है कि यह मामला केवल एक व्यक्ति तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके पीछे किसी संगठित गिरोह की सक्रियता हो सकती है, जो फर्जी दस्तावेजों के जरिए पासपोर्ट बनवाकर विदेश भेजने का धंधा कर रहा है। जांच अधिकारी अब महिला के संपर्कों और पासपोर्ट जारी कराने की प्रक्रिया की विस्तृत जांच कर रहे हैं।