महराजगंज। शहर से लेकर ठूठीबारी तक हाईवे का निर्माण तेजी से चल रहा है। निर्माण के दायरे में आ रहे मकान और दुकानों की जमीन अधिग्रहित की जानी है। उसका मूल्यांकन करने के लिए राजस्व विभाग और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की संयुक्त टीम की ओर से ठूठीबारी में सर्वे किया जा रहा है। इससे प्रभावित लोगों को उचित मुआवजा दिलाया जा सके।
जानकारी के अनुसार, शहर से लेकर ठूठीबारी तक बनने वाले हाईवे के दायरे में आने वाले मकान और दुकानों का सर्वे किया जा रहा है। सर्वे में मकानों की वर्तमान स्थिति, निर्माण की साल, मंजिलों की संख्या, निर्माण सामग्री,उपयोग में लाई गई सुविधाएं ,जैसे कि फर्श पर टाइल्स लगी है या नहीं, बिजली-पानी की व्यवस्था और अन्य आधुनिक सुविधाओं की जांच की जा रही है। सर्वे टीम की ओर से फीते से नापजोख कर हर इंच का मूल्यांकन किया जा रहा है ताकि किसी भी प्रकार की अनदेखी न हो।
भूमि अध्याप्ति विभाग के राजस्व निरीक्षक राकेश चंद्रा ने बताया कि शहर से लेकर ठूठीबारी तक हाईवे निर्माण के दायरे में आने वाले मकान और दुकानों पर मूल्यांकन के लिए सर्वे हो रहा है। इसके लिए राजस्व विभाग और एनएचएआई की टीम की ओर से निचलौल तहसील क्षेत्र के ठूठीबारी में मंगलवार को 25 मकानों और दुकानों का सर्वे किया गया है। उन्होंने बताया कि मूल्यांकन सर्वे की प्रक्रिया चरणबद्ध तरीके से पूरी की जाएगी और प्रत्येक प्रभावित व्यक्ति के संपत्ति का सही मूल्यांकन किया जाएगा।
भूमि अध्याप्ति विभाग के अधिकारी नंद प्रकाश मौर्य ने बताया कि सर्वे पूरा होने के बाद भवन और दुकान मालिकों से आवश्यक दस्तावेज मांगे जाएंगे। इनमें भूमि की रजिस्ट्री,कब्जा प्रमाण पत्र, बिजली और पानी का बिल, पहचान पत्र, निर्माण की तिथि से संबंधित दस्तावेज आदि शामिल होंगे। इन दस्तावेजों के आधार पर ही मुआवजे की गणना की जाएगी और प्रभावितों को तय मानकों के अनुसार धनराशि प्रदान की जाएगी।