नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ऑपरेशन सिंदूर के लिए बृहस्पतिवार को देश एवं सशस्त्र बलों के फौलादी संकल्प की सराहना की और कहा कि यह अभियान आतंकवाद के खिलाफ मानवता की लड़ाई में एक मिसाल के तौर पर इतिहास में दर्ज होगा. उन्होंने स्वतंत्रता दिवस की पूर्वसंध्या पर राष्ट्र के नाम संबोधन में यह भी कहा कि इस सैन्य अभियान से जुड़ी उपलब्धियां स्वाधीन भारत के रक्षा इतिहास में एक नए अध्याय का सूत्रपात हैं तथा विश्व समुदाय ने भारत की इस नीति का संज्ञान लिया है कि भारत आक्रमणकारी नहीं बनेगा, लेकिन अपने नागरिकों की रक्षा के लिए जवाबी कार्रवाई करने में तनिक भी संकोच नहीं करेगा.
मुर्मू ने कहा, इस वर्ष, हमें आतंकवाद का दंश झेलना पड़ा. कश्मीर घूमने गए निर्दोष नागरिकों की हत्या, कायरतापूर्ण और नितांत अमानवीय थी। इसका जवाब भारत ने फौलादी संकल्प के साथ निर्णायक तरीके से दिया. ऑपरेशन सिंदूर ने यह दिखा दिया कि जब राष्ट्र की सुरक्षा का प्रश्न सामने आता है तब हमारे सशस्त्र बल किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह सक्षम सिद्ध होते हैं. रणनीतिक स्पष्टता और तकनीकी दक्षता के साथ, हमारी सेना ने सीमा पार के आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि भारत आत्मनिर्भर राष्ट्र बनने की राह पर है और पूरे आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि भारत अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में तेजी से बढ़ रहा है. सुशासन के माध्यम से बड़ी संख्या में लोगों को गरीबी से बाहर निकाल गया है. जो लोग गरीबी रेखा से बाहर आ गये हैं, लेकिन मजबूत स्थिति में नहीं हैं. उनके लिए कल्याणकारी प्रयास किये जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि आय की असमानता और क्षेत्रीय असमानता कम हो रही है. राज्य और क्षेत्र अब बाहरी क्षमता प्रदर्शित कर रहे हैं और अग्रणी राज्य की दिशा के साथ कदम में कदम मिला रहे हैं. मुद्रास्फीति नियंत्रण में होने और निर्यात बढ़ने के साथ, सभी प्रमुख संकेतक भारतीय अर्थव्यवस्था को अच्छी स्थिति में दिखा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक के दौरान बुनियादी ढांचे के विकास में तेजी आयी है. राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क का किया गया है. रेलवे के क्षेत्र में भी काम किया गया है. कश्मीर के क्षेत्र में रेल मार्ग शुरू करना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है. कश्मीर में इंजीनियरिंग के क्षेत्र में उपलब्धि मील का पत्थर है. उन्होंने कहा कि पिछले वित्त वर्ष में 6.5 प्रतिशत की जीडीपी वृद्धि दर के साथ भारत दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ रहा है.
हर क्षेत्र में अपनी आत्मनिर्भरता बढ़ा रहे हैं
राष्ट्रपति ने कहा कि शहरों के क्षेत्र में विकास पर सरकार विशेष ध्यान दे रही है. पिछले एक दशक के दौरान मेट्रो सेवा से युक्त शहरों की संख्या में इजाफा हुआ है. सरकार का यह मानना है कि जीवन की बुनियादी सुविधाओं पर नागरिकों का हक बनता है. आयुष्मान भारत के अंतर्गत कई कदम उठाए गये हैं. इससे स्वास्थ्य सेवा में क्रांतिकारी कदम उठाए जा रहे हैं. सरकार ने 70 वर्ष और उससे वरिष्ठ नागरिकों को इस योजना का लाभ पहुंचाया है.
उन्होंने कहा कि 2047 तक भारत एआई का हब बना जाएगा. जन सामान्य के जीवन के बेहतर बनाने के लिए कारोबार के साथ-साथ जीवन के बेहतर बनाने पर ध्यान दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र में हम अपनी आत्मनिर्भरता बढ़ा रहे हैं.
2047 तक बनेगा विकसित भारत
उन्होंने कहा कि स्वदेशी का विचार मेक इन इंडिया जैसे प्रोजेक्ट को प्रेरित कर रहा है. उन्होंने कहा कि समाज के तीन ऐसे वर्ग हैं, जो देश को प्रगति के मार्ग में आगे बढ़ाएंगे. ये वे हैं, युवा, महिला और लंबे समय तक हाशिये पर रहे लोग. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से कई बदलाव किए गये. रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं.
उन्होंने कहा कि नए आत्मविश्वास भरपूर युवा खेल के क्षेत्र में अपनी पहचान बना रहे हैं. राष्ट्रीय खेल नीति के अनुरूप ऐसे बदलाव की परिकल्पना कर रहे हैं, जिसके बल पर भारत वैश्विक खेल शक्ति के रूप में उभरेगा. उन्होंने कहा कि इस साल हमें आतंकवाद का दंश झेलना पड़ा. इसका जवाब भारत ने फौलादी संकल्प के साथ निर्णायक रूप से दिया.