कोलकाता: पश्चिम बंगाल में बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी की गाड़ी पर मंगलवार को हमला किया गया. कूच बिहार में उनके काफिले में मौजूद गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई. जिसको लेकर शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि मैं बुलेटप्रूफ वाली कार में था, उन्होंने बुलेटप्रूफ कार के शीशे भी तोड़ दिए. इतनी हालत खराब कर दी थी. वो सभी बांग्लादेशी मुसलमान हैं.
कूच बिहार में पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के काफिले पर हुए कथित हमले को लेकर उन्होंने कहा कि मैं बुलेटप्रूफ वाली कार में था, नहीं तो आप लोग मुझे पोस्टमॉर्टम हाउस में ही देखते. उन लोगों ने हालत बहुत खराब थी. उन्होंने बुलेटप्रूफ कार के भी शीशों को तोड़ दिया था. वो सभी बांग्लादेशी मुसलमान हैं, और ये बहुत ही घमंडी हैं. हर राष्ट्रभक्त को आगे आकर इसको उखाड़ फेंकना चाहिए.
#WATCH | Kolkata | On his convoy allegedly attacked in Cooch Behar, West Bengal Assembly LoP Suvendu Adhikari says, “I was in a bulletproof car, else you would have seen me in the postmortem house. The situation was very bad. They even broke the glass of bulletproof car. All of… pic.twitter.com/WHfnunxAoz
— ANI (@ANI) August 5, 2025
शुभेंदु अधिकारी का आरोप
शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस ने इस इलाके में घुसपैठ करने वाले रोहिंग्याओं को जमा करके ये हमला करवाया. उन्होंने दावा किया कि लोगों ने गाड़ियों पर डंडों से हमला कर दिया और पत्थर भी फेंके. जानकारी के मुताबिक ये हमला कूच बिहार जिले के खागड़ाबाड़ी इलाके में किया गया.
काले झंडे और चोर-चोर के नारे
इस हमले का आरोप टीएमएसी के कार्यकर्ताओं पर लगाया गया है. जब शुभेंदु अधिकारी का काफिला गुजरा तो टीएमसी कार्यकर्ताओं ने काफिले को काले झंडे दिखाकर बवाल किया इसके साथ ही चोर-चोर के नारे भी लगाए. इसके बाद काफिले की कुछ गाड़ियों पर डंडों से हमला कर दिया. टीएमसी के सैकड़ों समर्थकों ने शुभेंदु अधिकारी के काफिले को रोकने की कोशिश की. पुलिस की मौजूदगी में ये हंगामा होता रहा.
शुभेंदु अधिकारी कूच बिहार में पुलिस अधीक्षक (एसपी) कार्यालय के बाहर बीजेपी की एक रैली और विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने और एसपी को ज्ञापन सौंपने के लिए आए थे.
तृणमूल कांग्रेस का पलटवार
वहीं इस घटना को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि ये एक सुनियोजित नाटक है. तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया कि इस हमले में टीएमसी का कोई भी कार्यकर्ता शामिल नहीं था, बल्कि यह हमला भाजपा के आंतरिक कलह का ही परिणाम है.