ढाका: बांग्लादेश के सबसे चर्चित समुद्री तटीय इलाके Coxs Bazar जहां सबसे ज्यादा संख्या में रोहंगिया मुसलमान रहते हैं वहां उस वक्त हड़कंप मच गया जब महज 16 घंटे के भीतर छह लोगों के शव बरामद किए गए. मंगलवार दोपहर 2 बजे तक शवों की बरामदगी हुई, जिनमें सैलानी, स्थानीय मछुआरे और दो अज्ञात लोग शामिल हैं.
ये घटनाएं उस इलाके में हुई हैं जहां बड़ी संख्या में रोहिंग्या शरणार्थी बसे हुए हैं. पुलिस और लोकल प्रशासन के मुताबिक, शवों की बरामदगी से टूरिज़्म सेक्टर में सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठने लगे हैं, खासकर मानसून के मौसम में जब समुद्र उफान पर होता है.
सैर करने आए थे पिता-पुत्र, लहरों ने लील लिया
राजशाही से आए शाहीनूर रहमान (60) और उनके बेटे सिफत (20) सायेमान बीच पॉइंट पर नहा रहे थे. तभी तेज लहरों ने दोनों को अपनी चपेट में ले लिया. लाइफगार्ड्स ने तुरंत रेस्क्यू कर उन्हें अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया.
एक और मामला नजीरार्टेक पॉइंट का है, जहां लोकल मछुआरा नुरु सौदागर का शव मिला. वो सोमवार को शाइबल पॉइंट के पास मछली पकड़ते वक्त लापता हो गया था. पुलिस के मुताबिक, शव की हालत से पता चलता है कि वह लंबे वक्त से पानी में था.
अज्ञात शव और चटगांव के राजिब की मौत
बक्कली नदी के मुहाने के पास, खुरुश्कुल पुनर्वास परियोजना के नजदीक एक अज्ञात व्यक्ति का सड़ा-गला शव भी मिला. इसके अलावा, चटगांव के डीसी रोड निवासी राजिब (22) का शव डायबिटीज़ पॉइंट से मिला. वो सोमवार को दोस्तों के साथ नहाने गया था, लेकिन लहरों के साथ बह गया. उसके तीन साथियों को बचा लिया गया, लेकिन राजिब की जान नहीं बच सकी.
बचावकर्मी बोले- स्टाफ की भारी कमी
सी-सेफ लाइफगार्ड संस्था के सीनियर सदस्य सैफुल्लाह सिफत के मुताबिक, बीच के कई हिस्से मानसून के चलते बेहद खतरनाक हो गए हैं. छुपे हुए रिप करंट और अचानक आई बाढ़ जैसी लहरें जानलेवा साबित हो रही हैं. उन्होंने कहा, “सोमवार सुबह हमने छह लोगों की जान बचाई, लेकिन 27 लाइफगार्ड्स दो शिफ्ट में काम कर रहे हैं, जो रोज़ आने वाले हजारों टूरिस्ट्स के लिए बिल्कुल नाकाफी हैं।”
क्या है चिंता की बात?
Cox’s Bazar सिर्फ एक टूरिस्ट डेस्टिनेशन नहीं, बल्कि हजारों रोहिंग्या शरणार्थियों का ठिकाना भी है. ऐसे में अचानक शवों का मिलना कई सवाल खड़े करता है. ये सिर्फ दुर्घटनाएं हैं या कुछ और? इस पर लोकल पुलिस फिलहाल कुछ भी कहने से बच रही है, लेकिन बीच पर मौजूद अनियंत्रित हालात ज़रूर चिंता का कारण बन रहे हैं.