मधुबनी (बिहार): भारत-नेपाल सीमा पर मानव तस्करी की एक कोशिश को सशस्त्र सीमा बल (SSB) के जवानों ने समय रहते विफल कर दिया। बिहार के मधुबनी जिले के जयनगर में SSB की 48वीं वाहिनी की ‘जी’ कंपनी ने एक 14 वर्षीय नाबालिग बालिका को तस्करों के चंगुल से छुड़ाया। इस कार्रवाई में एक नेपाली नागरिक को मौके से गिरफ्तार किया गया, जो कथित रूप से इस तस्करी में शामिल था।
SSB जवानों की सतर्कता से बची मासूम की जिंदगी
घटना भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा के जयनगर क्षेत्र में घटित हुई, जब SSB की 48वीं वाहिनी के जवान नियमित गश्त पर थे। गश्त के दौरान जवानों को दो संदिग्ध व्यक्तियों की गतिविधियां असामान्य प्रतीत हुईं। पूछताछ करने पर पता चला कि एक व्यक्ति झारखंड की एक नाबालिग लड़की को नेपाल ले जाने की कोशिश में था।
SSB जवानों ने तुरंत सतर्कता बरतते हुए बालिका को सुरक्षित अभिरक्षा में लिया और नेपाली नागरिक को हिरासत में ले लिया। प्राथमिक जांच में यह स्पष्ट हुआ कि लड़की की उम्र मात्र 14 वर्ष है और उसे बहला-फुसलाकर सीमा पार ले जाया जा रहा था।
नेपाली तस्कर गिरफ्तार, जांच में जुटी पुलिस
गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान नेपाली नागरिक के रूप में हुई है। उसे स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया गया है, जहां उससे पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक जांच में मानव तस्करी से जुड़े अंतरराज्यीय गिरोह की संभावना से इनकार नहीं किया गया है।
SSB ने लड़की को महिला पुलिस के संरक्षण में सौंप दिया है और उसकी काउंसलिंग की व्यवस्था भी की गई है। मामले में संबंधित विभागों को सूचित कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
मानव तस्करी पर करारा प्रहार
SSB की इस तत्परता ने न सिर्फ एक मासूम को अंधकारमय भविष्य से बचाया, बल्कि भारत-नेपाल सीमा पर सक्रिय मानव तस्करों के नेटवर्क पर भी करारा प्रहार किया है। भारत-नेपाल सीमा खुली होने के कारण यह क्षेत्र मानव तस्करी के लिहाज से संवेदनशील माना जाता है। ऐसे में SSB और अन्य एजेंसियों की निगरानी बेहद अहम हो जाती है।
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे बच्चों की सुरक्षा को लेकर सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत स्थानीय पुलिस या सीमा सुरक्षा बल को दें।