वित्त मंत्री ने कहा कि राजस्व खुफिया निदेशालय राष्ट्रीय आर्थिक मोर्चे पर प्रमुख संरक्षक है।
नई दिल्ली | केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने राजधानी दिल्ली में राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) के नव-निर्मित मुख्यालय भवन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में वित्त मंत्री ने डीआरआई की भूमिका की सराहना करते हुए इसे राष्ट्रीय सुरक्षा और आर्थिक संरक्षा का प्रमुख स्तंभ बताया।
वित्त मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि राजस्व खुफिया निदेशालय न केवल तस्करी और मादक पदार्थों के अवैध व्यापार को रोकने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है, बल्कि यह भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा तंत्र का भी एक अहम हिस्सा बन चुका है। उन्होंने कहा कि डीआरआई देश की सीमाओं और आंतरिक बाजार की सुरक्षा में एक मजबूत कड़ी है, जो भारत की आर्थिक संरचना को सुरक्षित रखने में योगदान देता है।
वित्त मंत्री ने इस बात पर बल दिया कि तस्करी, अवैध व्यापार, और मादक पदार्थों की तस्करी से न केवल राजस्व का नुकसान होता है, बल्कि ये गतिविधियां देश की सुरक्षा और सामाजिक संरचना को भी प्रभावित करती हैं। ऐसे में डीआरआई की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है।
नव-निर्मित भवन को अत्याधुनिक तकनीकों से सुसज्जित किया गया है, जो जांच, विश्लेषण और निगरानी की कार्यक्षमता को और सशक्त बनाएगा। नई सुविधा से डीआरआई को स्मार्ट इंटेलिजेंस नेटवर्क और रियल टाइम डेटा एनालिटिक्स के जरिये अपने अभियानों को और अधिक प्रभावी ढंग से संचालित करने में मदद मिलेगी।
राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) वर्ष 1957 में स्थापित हुआ था और तब से यह देश के सीमा शुल्क कानूनों के उल्लंघन के विरुद्ध कार्रवाई करने वाली प्रमुख जांच एजेंसी के रूप में कार्यरत है। डीआरआई ने हाल के वर्षों में सोना, ड्रग्स, विदेशी मुद्रा, नकली वस्तुओं और वन्य जीव तस्करी जैसे क्षेत्रों में अनेक उल्लेखनीय जब्तियाँ और गिरफ्तारी की हैं।