मिर्च तीखी, पर खेती ‘मीठी’… सिर्फ एक एकड़ की खेती कर दे रही मालामाल, किसान बोले- यही हमारी ‘ATM मशीन’

उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में हरी मिर्च की खेती ने किसानों की किस्मत बदल दी है. यहां के किसान अब हाइब्रिड मिर्च की खेती करके अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर रहे हैं. इस फसल के उत्पादन से किसानों की आय में बढ़ोतरी हो रही है और वे उन्नतशील किसानों की श्रेणी में शामिल हो रहे हैं. हरदोई में हाइब्रिड मिर्च के उत्पादन ने स्थानीय बाजारों के साथ-साथ महानगरों में भी अपनी पहचान बनाई है. अब यहां की मिर्च अच्छे दामों पर बिक रही है.

हरदोई के किसान अभिषेक द्विवेदी बताते हैं कि उन्होंने सर्दियों की शुरुआत में ही हाइब्रिड मिर्च की खेती शुरू की थी. अब 60 दिन बाद उनके खेतों में बंपर उत्पादन हो रहा है. एक एकड़ में 80 क्विंटल हरी मिर्च का उत्पादन हो रहा है. पहले जहां उनकी मिर्च ₹100 किलो बिकती थी तो अब यह ₹200 किलो तक बिक रही है. इस फसल से अभिषेक की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है. उनके द्वारा की गई मिर्च की खेती ने उन्हें उद्यान विभाग से सम्मान भी दिलवाया है.

हाइब्रिड मिर्च की खेती को ‘ATM क्रॉप’

हरदोई के जिला उद्यान अधिकारी सुभाष चंद्र के अनुसार, “हाइब्रिड मिर्च की खेती किसानों के लिए फायदे का सौदा है. इसे एटीएम क्रॉप कहा जाता है, क्योंकि इस फसल से किसानों को समय-समय पर अच्छा मुनाफा मिलता है. यदि बाजार में कीमत अच्छी हो तो किसान इस फसल को लंबे समय तक रोक कर भी बेच सकते हैं. इसके लिए किसानों को सही खाद, पानी और मेंढ़दार प्लांटेशन की तकनीक अपनानी चाहिए.

कम लागत में बंपर उत्पादन के टिप्स

कृषि उपनिदेशक नंद किशोर बताते हैं कि हरी मिर्च की खेती के लिए खेत की अच्छी जुताई करनी जरूरी है. इसके बाद, बेड की दूरी दो फीट रखकर बीज बोने चाहिए. एक एकड़ में 100 ग्राम बीज पर्याप्त होता है. मिर्च की अच्छी वृद्धि के लिए पानी और धूप का सही संतुलन जरूरी है. किसान जैविक खाद का उपयोग कर सकते हैं और कीटनाशकों के रूप में नीमास्त्र का प्रयोग भी कर सकते हैं. इस प्रकार, किसान कम लागत में हरी मिर्च की बंपर पैदावार ले सकते हैं.

हरदोई जिले में हाइब्रिड मिर्च की खेती ने किसानों को आर्थिक सफलता दिलाई है. यह न केवल किसानों के लिए फायदे का सौदा है, बल्कि यह किसानों को एक स्थिर और लाभकारी आय का स्रोत भी प्रदान कर रहा है.

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