नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी की नेता और दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा की सरकार ने पिछले 6 महीने में दिल्ली के मिडिल क्लास को परेशान करने में कोई कमी नहीं छोड़ी. दिल्ली के लोग कभी बिजली कटौती, कभी फीस में बढ़ोत्तरी तो कभी कुछ, हर चीज से परेशान हैं. अब दिल्लीवालों को 10 साल पुराने वाहनों पर रोक ने परेशान कर दिया है. एक गाड़ी खरीदना मिडिल क्लास के लोगों का सपना होता है.महिलाएं इसलिए गाड़ी खरीदती हैं, क्योंकि भाजपा की 4 इंजन की सरकार उनको सुरक्षा नहीं दे पाई. पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सुरक्षा नहीं है. बुजुर्ग और महिलाएं अक्सर सेकेंड हैंड गाडियां खरीदते हैं. भाजपा ने बिना सोचे गाड़ियों को बैन कर दिया. भाजपा ने ये नहीं सोचा कि गाड़ियों की स्थिति कैसी है? वो कितना चली है? उनकी कंडीशन कैसी है?
आतिशी ने आगे कहा कि भाजपा ने स्क्रेप डीलरों से मिलीभगत कर 62 लाख लोगों को नई गाड़ियां खरीदने के लिए मजबूर कर दिया. लोगों ने विरोध किया जो भाजपा के मंत्री CAQM को चिट्ठी लिख रहे हैं. जबकि हर जगह भाजपा की सरकार है. ‘कार्तिक कॉलिंग कार्तिक’ फिल्म की तरह एक दूसरे को फोन कर रहे हैं, जबकि वो चाहते तो बैन को हटा सकते थे. ये एक ड्रामा है.भाजपा सरकार बोल रही है कि सुप्रीम कोर्ट जाएंगे. वो सुप्रीम कोर्ट को मानते कहां हैं? सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ अध्यादेश ले आए थे, तो इस मामले में कह रहे हैं कि सुप्रीम कोर्ट जाएंगे, ताकि सुप्रीम कोर्ट याचिका खारीज कर दे और कहे कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है. जैसे झुग्गियों के मामले में किया था.
आम आदमी पार्टी की मांग है कि 10 साल पुराने वाहनों के मामले पर भाजपा सरकार तुरंत कानून लेकर आए और जिन बुजुर्गों और महिलाओं के सर पर गाड़ी बंद होने और तेल न मिलने की तलवार लटक रही है, उसके लिए अगले एक हफ्ते में कानून लेकर आए. चाहे अध्यादेश लेकर आए या विशेष सत्र लेकर आए. विपक्ष इसके लिए तैयार है, लेकिन अगर कानून नहीं आया तो तलवार लटकी रहेगी. अगर कानून आ जाता है तो सुप्रीम कोर्ट भी उसी हिसाब से फैसला लेगा. भाजपा जल्द से जल्द कानून लेकर आए और इस फर्जीवाड़े को बंद करें.
“पुराने वाहनों को लेकर कानून क्यों नहीं लेकर आए?”
आतिशी ने कहा कि भाजपा की तो 4 इंजन की सरकार है. CAQM, MCD, दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार सब उनका है. जैसे 8 दिनों में अध्यादेश लेकर आए थे अब भी लेकर आएं. संसद से कानून बनवा लें. अगर ये कानून नहीं लाते हैं तो ये समझा जाएगा कि ये सांठ-गांठ है.
“4 इंजन की सरकार दिल्ली की जनता के काम नहीं कर पा रही”
आतिशी ने कहा कि जल बोर्ड 50 करोड़ के फैसले ले सकें ये फैसला 10 साल पहले अरविंद केजरीवाल ने लिया था. 8 साल तक इस फैसले के आधार पर दिल्ली जल बोर्ड ने काम भी किया, लेकिन इसपर भाजपा सरकार ने कहा कि CEO को इतनी पावर नहीं दे सकते, बजट पास नहीं करेंगे. 2 साल पहले ये पावर छीनी थी. फिर भी अरविंद केजरीवाल सरकार ने काम करके दिखाया. इनकी 4 इंजन की सरकार है तब भी दिल्ली की जनता के काम नहीं कर पा रहे हैं.
विधवा पेंशन स्कीम में कथित घोटाले के आरोपों पर
आतिशी ने कहा कि भाजपा पहले ही 25000 विधवाओं की पेंशन काट चुकी है. अब वो कहानी गढ़ रही है कि 60 हजार महिलाओं की पेंशन काट दी जाए. जो लोग बिल्कुल असहाय होते हैं वही पेंशन लेने आते हैं,उनके पास रिक्शे के भी पैसे नहीं होते. भाजपा बहाने ढूंढ कर पेंशन काट रही है. भाजपा गरीब विरोधी पार्टी है. उनका चेहरा सामने आ रहा है.