डॉ. अरविंद राजभर ने कहा कि जब तक सुभासपा एनडीए के साथ इस दरवाजे पर खड़ी है सपा को सत्ता का मुंह देखना मुश्किल है। अखिलेश यादव दिन रात यही चिंता करते हैं। कैसे असली पीडीए (पिछड़ा-दलित-अल्पसंख्यक) उनके साथ आए।लेकिन सत्ता उनके लिए वर्षों दूर रहेगी। उन्होंने सपा पर अवसरवादी राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) वंचित, शोषित और समाज के अंतिम व्यक्ति के अधिकारों के लिए लड़ती है।
डॉ. राजभर ने तंज कसते हुए कहा कि जनता जानती है कि कौन सत्ता की चिंता में डूबा है और कौन जनसेवा में लगा है। सुभासपा की ओर से डॉ अरविंद राजभर ने स्पष्ट किया कि वह अधिकारवादी राजनीति में विश्वास रखती है।सुभासपा सत्ता के लिए सौदेबाजी में भी यकीन नहीं करती है। राजनीति पर नजदीक से निगार रखने वालों की माने तो सुभाष पार्क के डॉक्टर अरविंद राजभर के इस बयान से इस उत्तर प्रदेश की सियासत में नया राजनीतिक बयानबाजी का दौर शुरू हो सकता है।