नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने डॉ. बी.आर. आंबेडकर की जयंती की पूर्व संध्या पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा कि बाबा साहब ने अपने प्रेरक जीवन में कई कठिनाइयों के बावजूद एक अलग पहचान बनाई और पूरे विश्व में सम्मान अर्जित किया। राष्ट्रपति ने बाबा साहब को अद्भुत योग्यता वाले और बहुमुखी व्यक्तित्व का धनी बताया। श्रीमती मुर्मु ने कहा कि वे एक अर्थशास्त्री, शिक्षाविद्, विधिवेत्ता और महान समाज सुधारक थे। उन्होंने कहा कि बाबा साहब समान अधिकारों के प्रबल समर्थक थे, जिन्होंने महिलाओं और वंचित वर्गों के आर्थिक और सामाजिक अधिकारों के लिए आजीवन संघर्ष किया।
राष्ट्रपति मुर्मु ने इस बात पर जोर दिया कि बाबा साहब शिक्षा को सामाजिक परिवर्तन और वंचितों के सशक्तीकरण का महत्वपूर्ण साधन मानते थे। उन्होंने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में उनके योगदान से आने वाली पीढ़ियों को राष्ट्र निर्माण के लिए प्रतिबद्धता के साथ काम करने की प्रेरणा मिलती रहेगी। राष्ट्रपति ने सभी से डॉ. आंबेडकर के आदर्शों को अपने जीवन में अपनाने और एक ऐसे राष्ट्र के निर्माण के लिए कार्य करने का संकल्प लेने का आग्रह किया, जिसमें सामाजिक सद्भाव और समानता की भावना समाहित हो।