भारत की आकाश मिसाइल नहीं खरीदना चाहता ब्राजील, दोनों देशों के बीच बातचीत रुकी, इस देश के एयर डिफेंस सिस्टम पर लगाई नजर

ब्रासीलिया: ब्राजील ने भारत से साथ वायु रक्षा प्रणाली की खरीद को लेकर चल रही बातचीत रोक दी है। ये जानकारी ऐसे समय में सामने आई है, जब मंगलवार 8 जुलाई को ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दक्षिणी अमेरिकी देश का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार प्रदान किया है। पीएम नरेंद्र मोदी ब्राजील की राजकीय यात्रा पर हैं, जो किसी भारतीय प्रधानमंत्री का 57 सालों में पहला दौरा है। इस दौरान मोदी और लूला के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई, जिसमें दोनों देश 2030 व्यापार को 20 अरब डॉलर तक बढ़ाने पर सहमत हुए। 2024-25 में यह 12.20 अरब डॉलर था।

आकाश मिसाइल सिस्टम पर बातचीत रुकी

मोदी और लूला ने वार्ता के दौरान द्विपक्षीय रक्षा और सुरक्षा सहयोग का विस्तार करने पर भी सहमति जताई, लेकिन ब्राजील ने भारत से आकाश वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली खरीदने के लिए चल रही बातचीत रोकने का फैसला किया है। डेक्कन हेराल्ड रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि लूला की सरकार भारत के बजाय इटली से एनहैंस्ड मॉड्यूलर एयर डिफेंस सॉल्यूशन (EMADS) प्रणाली खरीदने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।ब्रासीलिया में लूला के साथ बैठक के बाद पीएम मोदी ने कहा, ‘रक्षा क्षेत्र में भारत और ब्राजील के बीच बढ़ता सहयोग दोनों देशों के बीच गहरे आपसी विश्वास का प्रतीक है।’ उन्होंने आगे कहा कि ‘दो बड़े लोकतंत्र होने के नाते हमारा सहयोग न केवल ग्लोबल साउथ बल्कि पूरी मानवता के लिए प्रासंगिक है। जब दुनिया तनाव और अनिश्चितता के दौर से गुजर रही है, तो भारत और ब्राजील की साझेदारी स्थिरता और संतुलन का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है।’

भारत से ये हथियार चाहता है ब्राजाील

लूला ने प्रधानमंत्री मोदी को ब्राजील के सर्वोच्च नागरिक सम्मान द ग्रैंड कॉलर ऑफ द नेशनल ऑर्डर ऑफ द सदर्न क्रॉस से सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि भारत और ब्राजील दोनों देशों के बीच रक्षा उद्योगों के बीच मजबूत संबंध बनाने के प्रयास जारी रखेंगे। ब्राजील ने भारत से तटीय निगरानी प्रणाली और गरुड़ तोप जैसे अन्य रक्षा उपकरण खरीदने में भी रुचि दिखाई है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत और ब्राजील का रुख समान है। जीरो टॉलरेंस और जीरो डबल स्टैंडर्ड हमारा स्पष्ट रुख है। हम आतंकवाद और आतंकवाद के समर्थकों का कड़ा विरोध करते हैं।’

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