लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने गोरखपुर गलियारा परियोजना को लेकर योगी सरकार पर तीखा हमला बोला है। लखनऊ में मीडिया से बात करते हुए अखिलेश ने कहा कि गोरखपुर के लोग जानते हैं कि वहां गोरखधंधा चल रहा है। अगर सच्चाई सामने आ जाए तो वहां विरासत का नहीं, हिरासत का गलियारा बनाना पड़ेगा। अखिलेश ने आरोप लगाया कि सरकार प्रशासन के दबाव में जबरन लोगों से सहमति पत्र भरवा रही है। उन्होंने कहा कि गलियारे के लिए जमीन अधिग्रहण में बाजार मूल्य पर मुआवजा दिया जाना चाहिए, न कि डर दिखाकर सहमति ली जानी चाहिए।
“अगर गोरखपुर वालों ने अपने राज़ खोल दिए तो वहां विरासत गलियारे की जगह हिरासत गलियारा बनाना पड़ेगा।”
– माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी pic.twitter.com/QPjyVXR5YU
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) June 28, 2025
दरअसल, गोरखपुर में पीडब्ल्यूडी की ओर से 3.5 किलोमीटर लंबा गलियारा बनाया जा रहा है। इसके लिए 833 मकान तोड़े जाने की योजना है। 25 जून को सपा का प्रतिनिधिमंडल विरोध जताने गोरखपुर पहुंचा था, जहां भाजपा और सपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई। कुछ अराजक तत्वों ने नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय और अन्य सपा नेताओं पर अंडे भी फेंके। इसको लेकर अखिलेश यादव का आक्रोश अब सामने आया है।
अखिलेश ने लगाए आरोप
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार पर बुलडोजर की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को रोकने के लिए प्रशासन ने बुलडोजर तक लगा दिया। यह जमीन कब्जाने की राजनीति का हिस्सा है, जो पूरे प्रदेश में चल रही है। उन्होंने याद दिलाया कि योगी सरकार ने गोरखपुर और झांसी में मेट्रो लाने का वादा किया था, जो अब तक पूरा नहीं हुआ। अखिलेश ने गोरखपुर से लेकर लखनऊ तक सरकार पर भ्रष्टाचार और गोरखधंधा फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि सत्ताधारी दल के करीबी लोगों के नाम पर जमीनों की रजिस्ट्री हो रही है।
महिला सुरक्षा पर उठाए सवाल
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के बार-बार गृह जनपद जाने के बावजूद वहां 17 साल की नाबालिग के साथ रेप जैसी घटनाएं हो रही हैं, जिनमें भाजपा से जुड़े लोगों का नाम सामने आ रहा है। सपा अध्यक्ष ने गलियारा निर्माण पर पुनर्विचार की मांग करते हुए इसे जनता के अधिकारों का हनन बताया है। पार्टी ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर मुआवजा बाजार दर पर नहीं मिला तो वह आंदोलन तेज करेगी।
लूटतंत्र के सक्रिय होने का आरोप
अखिलेश यादव ने कहा कि कारिडोर के नाम पर लूट तंत्र सक्रिय है। यह आसपास के लोंगो की जमीन औने-पौने दाम में ले लेते हैं। बाद में ऊंचे दाम में बेच देते हैं। इसके बाद वहां पर व्यापार करते हैं। भाजपा वाले मलाई काट रहे हैं। स्थानीय लोगों के साथ धोखा हो रहा है। जहां जमीन दिखती है, भाजपा उस पर कब्जा करने लगती है।
अखिलेश ने कहा कि इसी कारण अयोध्या और प्रयागराज में लोकसभा सीट पर भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। बनारस हारते-हारते बची है। अब अगला नंबर मथुरा और गोरखपुर का है। अखिलेश ने कहा कि गोरखपुर के डीएम और एसएसपी पर अभी कार्रवाई नहीं हुई तो सपा सरकार बनने पर इन अधिकारियों पर कार्रवाई होगी।
आरक्षण विरोधी हैं लोग
भाजपा सरकार पर हमलावर अखिलेश यादव ने कहा कि जो लोग आरक्षण के विरोधी हैं, वह सोशलिस्ट और सेकुलरिज्म का विरोध कर रहे हैं। भाजपा ने अपनी स्थापना के समय तय किया था कि सोशलिज्म और सेकुलरिज्म के रास्ते पर चलेगी। अब ये लोग इसका विरोध कर रहे हैं। ये लोग नफरत फैला कर राजनीति करते हैं। उन्होंने कहा कि सीधे संविधान के खिलाफ नहीं बोल सकते, इसलिए विरोध का नया तरीका खोजा है।