नौतनवा/महराजगंज (लाल बहादुर जायसवाल): नौतनवा कस्बे में शुक्रवार को गौशाला की ज़मीन को लेकर जारी विवाद और अधिक गरमा गया। गौशाला समिति द्वारा भूमि पर बाउंड्री वॉल बनाए जाने को लेकर नगर पालिका और समिति के सदस्यों के बीच जमकर कहासुनी हो गई।
मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अफसर
स्थिति की नाजुकता को देखते हुए उपजिलाधिकारी नवीन प्रसाद और क्षेत्राधिकारी जय प्रकाश त्रिपाठी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए निर्माण कार्य पर रोक लगाई और दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की।
जमीन है किसकी? घमासान जारी
विवाद की जड़ जमीन की मालिकी को लेकर है। गौशाला समिति का दावा है कि यह ज़मीन सन 1955-56 से गौसेवा के लिए समर्पित है और नगर में स्वच्छ जल आपूर्ति हेतु पानी की टंकी स्थापित करने की सरकारी योजना आई थी तो नगर पालिका ने गौशाला की ज़मीन मांगी। बदले में गौशाला की पूरी बाउंड्रीवाल बनवाने और हर महीने गोसेवा के लिए निधि देने का वादा किया गया। यह पानी की टंकी भी उनकी ही भूमि पर है। वहीं, नगर पालिका का दावा है कि यह ज़मीन “नवीन परती” के तौर पर दर्ज है, जिस पर नगर पालिका का अधिकार है।
कब क्या हुआ?
गुरुवार को भी दोनों पक्षों के बीच गर्मा-गर्मी हुई थी, लेकिन शुक्रवार को मामला और अधिक उग्र हो गया। गौशाला समिति के सदस्यों का आरोप है कि नगर पालिका यहां दुकानें बनवाकर कब्जा करना चाहती है.
तहसील में हुई बैठक, एसडीएम ने दिया निर्देश
आज नौतनवा तहसील में एसडीएम नवीन प्रसाद की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई, जिसमें दोनों पक्षों को बुलाया गया। एसडीएम ने स्पष्ट निर्देश दिया कि सोमवार को दोनों पक्ष अपने दस्तावेजों के साथ प्रस्तुत हों। जब तक इस विवाद का निपटारा नहीं हो जाता, निर्माण कार्य पूरी तरह से स्थगित रहेगा।