महराजगंज/नौतनवा (लाल बहादुर जायसवाल)। नगर के वार्ड नंबर 12 सिद्धार्थ नगर में स्थित नगर पालिका परिषद नौतनवा की पानी की टंकी की जमीन को लेकर हिंदू धर्म गौशाला समिति और नगर पालिका परिषद के बीच विवाद ने तूल पकड़ लिया है। दोनों पक्ष एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं, जिससे मामला अब खुलकर सियासी और कानूनी मोड़ की ओर बढ़ रहा है।
बाउंड्रीवाल बनाते समय खड़ा हुआ विवाद
गौशाला समिति के संरक्षक ओम प्रकाश वर्मा और अध्यक्ष मनोज राना द्वारा गौशाला की भूमि पर बाउंड्रीवाल निर्माण कराया जा रहा था। इसी निर्माण कार्य को लेकर नगर पालिका परिषद नौतनवा के अधिशासी अधिकारी ने एक पत्र जारी कर इसे अवैध करार दिया। पत्र में समिति के अध्यक्ष मनोज राना पर भूमि पर अवैध निर्माण और कब्जे का आरोप लगाते हुए नौतनवा थानाध्यक्ष को कार्रवाई करने की बात कही गई।
जनहित में दी गई थी जमीन, पर वादे अधूरे: गौशाला समिति
गौशाला समिति की ओर से नगर पालिका को भेजे गए नोटिस में दावा किया गया कि वर्ष 1955-56 से संचालित ये सभी गौशाला की ज़मीन है। नगर में स्वच्छ जल आपूर्ति हेतु पानी की टंकी स्थापित करने की सरकारी योजना आई थी तो नगर पालिका ने गौशाला की ज़मीन मांगी। बदले में गौशाला की पूरी बाउंड्रीवाल बनवाने और हर महीने गोसेवा के लिए निधि देने का वादा किया गया।
समिति का कहना है कि 15 वर्षों में न तो बाउंड्रीवाल बनी और न ही एक रुपया सहायता राशि दी गई। अब जब गौशाला समिति अपनी ज़मीन पर निर्माण कार्य करवा रही है, तो नगर पालिका प्रशासन बेवजह अड़ंगा डाल रहा है।
“कब्जा करने की कोशिश कर रही पालिका”: ओम प्रकाश वर्मा
गौशाला समिति के संरक्षक ओम प्रकाश वर्मा ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि नगर पालिका के वर्तमान अधिशासी अधिकारी और चेयरमैन एक षड्यंत्र के तहत गौशाला की ज़मीन को हड़पने की कोशिश कर रहे है। उन्होंने यह भी बताया कि स्थानीय दानदाताओं के सहयोग से वर्षों से गौशाला का जीर्णोद्धार चल रहा है, जिसमें अब बाउंड्रीवाल बन रही है, लेकिन उसे रोका जा रहा है। जो गौशाला के हित में नहीं है।
नगर पालिका का पलटवार: “नवीन परती जमीन है, गौशाला से कोई संबंध नहीं”-चेयरमैन
नगर पालिका परिषद नौतनवा के चेयरमैन बृजेश मणि त्रिपाठी ने समिति के सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि पानी की टंकी जिस ज़मीन पर स्थित है, वह नवीन परती की भूमि है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस ज़मीन का हिंदू धर्म गौशाला समिति से कोई लेना-देना नहीं है और समिति जबरन पालिका की टंकी की ज़मीन पर बाउंड्रीवाल निर्माण कार्य करा रही है।
मामला बढ़ा तो पहुंचेगा कोर्ट तक
गौशाला समिति ने स्पष्ट किया है कि यदि उन्हें अब तक का बकाया धनराशि और वादे के अनुसार सहयोग नहीं मिला तो वे न्यायालय की शरण लेंगे। साथ ही चेतावनी दी है कि गौशाला भूमि पर निर्माण कार्य किसी भी परिस्थिति में नहीं रोका जाएगा।