नई दिल्ली: बिहार के अधिकतर युवा रोजी-रोटी कमाने के लिए दूसरे राज्य में जाते हैं. वह अक्सर दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में अपनी कमाई का स्रोत ढूंढ़ते हैं. लेकिन जब उन्हें त्योहार मनाने घर आना होता है, तो उन्हे काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. इन मुश्किलों को दूर करने के लिए बिहार सरकार एक योजना लेकर आई है.
बिहार सरकार ने बाहर जाकर कमाने वाले लोगों को एक बड़ी राहत देने जा रही है. वह बिहार से जुड़े अंतर्राज्यीय मार्गों पर एसी और नॉन एसी बसों की सुविधा उपलब्ध कराएगी. इस बात की जानकारी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए दी है.
बिहार के लोग विभिन्न पर्व-त्योहारों खासकर छठ, होली, दीपावली एवं दुर्गा पूजा के अवसर पर काफी संख्या में दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और पश्चिम बंगाल से घर आते हैं। पर्व-त्योहारों के अवसर पर बिहार आने में लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। बिहार आने वाले लोगों
— Nitish Kumar (@NitishKumar) June 26, 2025
बिहार आने में होगी सहूलियत
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा कि जब बिहार के लोग छठ, होली, दीपावली आदि त्योहारों पर घर आते हैं, तो उन्हें कई तरह की परेशानी देखने को मिलती है. उन्होंने कहा कि इन सभी परेशानियों को दूर करने के लिए और बिहार आने वाले लोगों की यात्रा को सुगम बनाने के लिए बिहार सरकार 299 एसी और नॉन एसी बसों का परिचालन शुरू करने जा रही है. इसके आगे उन्होंने लिखा कि बिहार सरकार नागरिकों की सहूलियत के लिए हमेशा प्रयासरत है.
केंद्र सरकार ने भी अधिक विशेष ट्रेन चलाने का करेगी अनुरोध
इस योजना को लेकर मंगलवार को मंत्रिपरिषद की बैठक हुई, जिसमें इस योजना को स्वीकृति दे दी गई है. बैठक में बताया गया कि राज्य सरकार 105.82 करोड़ रुपये बस खरीदने में खर्च करेगी, जिसमें 75 वातानुकूलित और 74 डीलक्स बसें शामिल होगी. साथ ही लोक निजी भागीदारी के अन्तर्गत भी 150 अतिरिक्त एसी बसों का परिचालन कराया जाएगा. बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि राज्य सरकार केंद्र सरकार से अपील करेगी कि त्योहार के समय वह विशेष ट्रेन चलवाए. जिससे बिहार आने वाले लोगों को सहूलियत हो और वह सावधानी पूर्वक अपने घर पहुंच सकें.
बेटियों के विवाह के लिए लेकर आई योजना
बिहार सीएम नीतीश कुमार ने बिहार की बेटियों के विवाह के लिए एक योजना लेकर आई है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर इस बात की जानकारी देते हुए लिखा कि मुझे खुशी हो रही है कि हमारी सरकार बेटी के विवाह में सहूलियत के लिए हर पंचायत में विवाह भवन का निर्माण करेगी. उन्होंने इस योजना को मुख्यमंत्री कन्या विवाह मंडप योजना नाम दिया. उन्होंने लिखा कि इन मंडपों को बनाने में सरकार ने लगभग 40 अरब रुपये के खर्च की स्वीकृति दी है.