ईरान और इजराइल के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है. इसी बीच ईरान ने अपने एक शहर से 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. इन पर आरोप है कि ये लोग तस्वीरें खींच रहे थे और इजराइल के साथ मिलकर जासूसी का काम कर रहे थे. यह कार्रवाई उस समय हुई है जब इजराइल ने हाल ही में ईरान पर सबसे बड़ा हवाई हमला किया था, जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनातनी चरम पर है.
ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसियों के मुताबिक, ये गिरफ्तारी देश के सेंट्रल इलाके यज़्द शहर से हुई है. आरोप है कि ये पांचों लोग संदिग्ध तरीके से संवेदनशील जगहों की तस्वीरें ले रहे थे. ईरान का कहना है कि इनका इजराइल के साथ सीधा संपर्क था और ये देश की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकते थे.
ईरान में बिना सबूत के गिरफ्तारी
यह पहली बार नहीं है जब ईरान ने अपने नागरिकों को इजराइल के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया हो. ईरान अक्सर ऐसे मामलों में गिरफ्तारियां करता है, लेकिन अधिकतर बार इस तरह के आरोपों के लिए पुख्ता सबूत सार्वजनिक नहीं किए जाते. इस मामले में भी अभी तक कोई फोटो या अन्य सबूत मीडिया के सामने नहीं लाया गया है.
ईरान का यह भी कहना है कि इजराइल लगातार ईरान के अंदर अस्थिरता फैलाने की कोशिश कर रहा है. इसी कारण वह अपनी सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट मोड पर रखता है. हाल ही में जब इजराइल ने ईरान के न्यूक्लियर ठिकानों पर हमला किया था, तब से ईरान और अधिक सतर्क हो गया है.
गिरफ्तारियों से देश में डर का माहौल
इजराइल का कहना है कि वह ईरान को परमाणु हथियार विकसित करने से रोकना चाहता है. इसके लिए उसने अब तक कई ऑपरेशन चलाए हैं. लेकिन ईरान का दावा है कि उसका परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है. दोनों देशों के बीच इस मुद्दे पर लंबे समय से विवाद जारी है, जो अब हथियारों और जासूसी के जरिए और भी गंभीर होता जा रहा है.
इन गिरफ्तारियों के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें अब ईरान की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं. अगर यह साबित हो जाता है कि इजराइल के लिए जासूसी की जा रही थी, तो ईरान और सख्त कदम उठा सकता है. वहीं, इस तरह की गिरफ्तारियों से देश में डर का माहौल भी बनता है और कई बार निर्दोष लोग भी शक के दायरे में आ जाते हैं.