नई दिल्ली: इजरायल और ईरान में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। ईरान ने इजरायल पर मिसाइल अटैक तेज कर दिए हैं। उधर भारत ने UNGA में गाजा में तत्काल युद्धविराम की मांग वाले प्रस्ताव पर वोट नहीं दिया। 149 देशों ने प्रस्ताव के पक्ष में वोट किया। 19 देशों ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। 12 देशों ने प्रस्ताव के खिलाफ वोट किया। भारत ने पहले भी इजरायल-फिलीस्तीन के मुद्दे पर ऐसे ही प्रस्तावों पर वोट नहीं दिया था। भारत का कहना है कि बातचीत और कूटनीति से ही समस्या का हल हो सकता है।
‘संघर्ष को हल करने का एक ही तरीका बातचीत और कूटनीति’
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत पी. हरीश ने कहा कि भारत गाजा में मानवीय संकट को लेकर चिंतित है। भारत नागरिकों की मौत की निंदा करता है। उन्होंने कहा कि भारत पहले भी इजराइल-फिलिस्तीन के मुद्दे पर ऐसे ही प्रस्तावों पर यही रुख अपना चुका है। राजदूत पी. हरीश ने आगे कहा कि हमारा वोट इसी बात को ध्यान में रखकर किया गया है कि संघर्षों को हल करने का एकमात्र तरीका बातचीत और कूटनीति है। दोनों पक्षों को करीब लाने के लिए एक संयुक्त प्रयास किया जाना चाहिए। इन्हीं कारणों से, हम इस प्रस्ताव पर मतदान से दूर रहेंगे।
भारत ने इसलिए नहीं किया प्रस्ताव पर वोट
पी. हरीश ने कहा कि भारत ने बार-बार नागरिकों की सुरक्षा, मानवीय दायित्वों का पालन और गाजा को सुरक्षित, निरंतर और समय पर मानवीय सहायता की आपूर्ति का आह्वान किया है। भारत का मानना है कि बातचीत से ही शांति स्थापित हो सकती है। इसलिए भारत ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। भारत चाहता है कि इजराइल और फिलिस्तीन दोनों मिलकर बात करें और समस्या का समाधान निकालें। भारत गाजा के लोगों को मानवीय सहायता पहुंचाने की बात भी करता है।
ईरान और इजरायल में संघर्ष गहराया
उधर, ईरान और इजरायल में बढ़ते तनाव पर भी भारत की निगाहें हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात की। उन्होंने क्षेत्र में शांति बहाल करने पर जोर दिया। दोनों नेताओं ने मौजूदा स्थिति पर चर्चा की। भारत ने संवाद और कूटनीति के माध्यम से मुद्दों को हल करने का समर्थन किया है। विदेश मंत्रालय ने ईरान में मौजूद भारतीय नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
पीएम मोदी ने की इजरायली पीएम नेतन्याहू से बात
पीएम मोदी ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात की। नेतन्याहू ने उन्हें मौजूदा हालात की जानकारी दी। पीएम मोदी ने शांति और स्थिरता बहाल करने पर जोर दिया। विदेश मंत्रालय (MEA) ने ईरान में मौजूद भारतीय नागरिकों को सतर्क रहने को कहा है। ईरान में लगभग 10,000 भारतीय हैं। इजराइल के PM बेंजामिन नेतन्याहू ने पीएम मोदी को फोन किया। उन्होंने मौजूदा स्थिति के बारे में बताया। प्रधानमंत्री मोदी ने उनसे कहा कि जल्द से जल्द शांति बहाल होनी चाहिए।