सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को मिलेगी सुविधा, गश्त और आपातकालीन सेवाओं में भी होगी तेजी-
नौतनवा (महराजगंज) आनन्द श्रीवास्तव। नौतनवा-खनुआ मार्ग पर स्थित डंडा नदी पर वर्षों से प्रतीक्षित नए पुल के निर्माण को लेकर अब राह साफ हो गई है। इस पुल की आधिकारिक स्वीकृति मिलने के बाद शुक्रवार को क्षेत्रीय विधायक ऋषि त्रिपाठी ने भूमि पूजन कर निर्माण कार्य का शुभारंभ किया। यह पुल करीब 10 करोड़ 92 लाख रुपये की लागत से तैयार किया जाएगा और इसकी लंबाई लगभग 80 मीटर होगी।
मुख्यमंत्री की स्वीकृति से मिली गति
भूमि पूजन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक ऋषि त्रिपाठी ने बताया कि यह पुल लंबे समय से क्षेत्र की प्रमुख मांग रही है। इस विषय को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से व्यक्तिगत रूप से मिलकर आग्रह किया था, जिसके बाद सरकार ने इसे स्वीकृति प्रदान की।
विधायक ने कहा, “इस पुल के बन जाने से स्थानीय लोगों को आने-जाने में सुविधा मिलेगी। यह मार्ग सीमावर्ती क्षेत्र में स्थित है, जिससे गश्त और सुरक्षा व्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।”
भारत-नेपाल सीमा दोनों को होगा लाभ
यह पुल न केवल भारतीय क्षेत्र के नागरिकों बल्कि सीमा पार नेपाल के लोगों के लिए भी उपयोगी साबित होगा। यह क्षेत्र व्यापार, शिक्षा, चिकित्सा और आवागमन के लिहाज से अहम माना जाता है। वर्तमान में यहां पुल के अभाव में लोगों को खासकर बारिश के दिनों में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों और प्रशासन की उपस्थिति
इस मौके पर आयोजित सभा का संचालन प्रदीप सिंह ने किया। कार्यक्रम में ब्लॉक प्रमुख राकेश मद्धेशिया, नौतनवा नगर पालिका अध्यक्ष बृजेश मणि त्रिपाठी, प्रदीप पांडेय, दीपक बाबा, प्रभारी निरीक्षक नौतनवा पुरुषोत्तम राव, खनुआ चौकी प्रभारी विजय द्विवेदी, मुन्ना पांडेय सहित कई स्थानीय जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी और आम नागरिक मौजूद रहे।
जनहित में मील का पत्थर साबित होगा यह पुल
इस पुल के निर्माण को स्थानीय विकास की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। जहां एक ओर इससे सीमावर्ती सुरक्षा और आपदा प्रबंधन में मदद मिलेगी, वहीं दूसरी ओर क्षेत्रवासियों के जीवन को सरल और सुगम बनाने में यह पुल एक मील का पत्थर साबित होगा।