नौतनवा में त्योहारों को लेकर पीस कमेटी की हुई बैठक, सौहार्दपूर्ण माहौल बनाए रखने की अपील

शांति और सौहार्द के साथ त्योहार मनाने का लिया गया संकल्प, अधिकारियों ने दिए दिशा-निर्देश-

नौतनवा (महराजगंज) लाल बहादुर जायसवाल। आगामी त्योहारों को देखते हुए 1 जून को नौतनवा थाने में शांति व्यवस्था को लेकर पीस कमेटी की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता उप जिलाधिकारी नवीन प्रसाद ने की, जबकि क्षेत्राधिकारी (डिप्टी एसपी) जयप्रकाश त्रिपाठी भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। बैठक का उद्देश्य साम्प्रदायिक सौहार्द को बनाए रखते हुए त्योहारों को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराना था।

 

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धर्मगुरुओं और जनप्रतिनिधियों ने की भागीदारी

बैठक में दोनों धर्मों के धर्मगुरुओं, स्थानीय जनप्रतिनिधियों, व्यापार मंडल के पदाधिकारियों और आम नागरिकों ने भाग लिया। अधिकारियों ने उपस्थित लोगों से संवाद स्थापित कर शांति व्यवस्था में सहयोग की अपील की।

एसडीएम नवीन प्रसाद ने कहा कि “त्योहारों का उद्देश्य आपसी प्रेम और भाईचारा बढ़ाना है। प्रशासन का प्रयास रहेगा कि किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति न उत्पन्न हो, लेकिन इसके लिए जनसहयोग भी उतना ही जरूरी है।”

 

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पुलिस अधिकारियों ने दिया भरोसा, आमजन से की अपील

बैठक के दौरान थाना प्रभारी पुरुषोत्तम राव, नौतनवा कस्बा चौकी प्रभारी छोटेलाल और शेर बहादुर यादव समेत अन्य पुलिसकर्मियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे किसी भी अफवाह से बचें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।

सीओ जयप्रकाश त्रिपाठी ने कहा, “त्योहारों के दौरान पुलिस की तैनाती और निगरानी व्यवस्था पूरी तरह सक्रिय रहेगी। हर संवेदनशील स्थान पर सतर्क दृष्टि रखी जाएगी।”

 

सामाजिक समरसता का दिया गया संदेश

बैठक में उपस्थित सभी धर्मगुरुओं और जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन को पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया। सभी ने इस बात पर जोर दिया कि त्योहार चाहे किसी भी धर्म का हो, वह पूरे समाज की खुशहाली का प्रतीक है। सौहार्दपूर्ण माहौल ही समाज की सबसे बड़ी ताकत है।

 

प्रशासन और समाज का साझा प्रयास

त्योहारों को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए प्रशासन और आम जनता के बीच यह संवाद अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बैठक का मकसद केवल दिशा-निर्देश देना नहीं था, बल्कि जनप्रतिनिधियों और नागरिकों को एक साथ जोड़कर सामूहिक जिम्मेदारी का भाव पैदा करना भी था।

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