नई दिल्ली: पाकिस्तान के साथ तनाव के बीच केंद्र सरकार के 4 मंत्रालयों की महत्वपूर्ण बैठक हो रही है. इसमें रक्षा मंत्री, गृह मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ने अलग अलग समीक्षा बैठकें की हैं, जबकि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज शाम में बैठक करेंगी. दरअसल, बीते दिन पाकिस्तान ने देश के सीमावर्ती इलाकों में ड्रोन अटैक किया, जिसका भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने करारा जवाब दिया. उसने पाकिस्तान की मिसाइलों को हवा में ही मार गिराया.
भारत की जवाबी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान में बौखलाहट साफ देखी जा रही है. इस बीच भारत में भी समीक्षा बैठकें की जा रही हैं. शुक्रवार को पहली बैठक रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ली. सेना के तीनों अंगों के प्रमुख और सीडीएस के साथ पाकिस्तान के साथ जारी ऑपरेशन सिंदूर की समीक्षा और आगे की रणनीति पर चर्चा की.
बैठकों में किस पर है फोकस?
दूसरी बैठक गृह मंत्री अमित शाह ने बीएसएफ और सीआईएफ के डीजी, खुफिया विभाग के प्रमुख और गृह सचिव के अलावा गृह मंत्रालय के कई वरिष्ठ अधिकारियों के साथ की, जिसमें बॉर्डर पर पाकिस्तान की हरकतों से नागरिकों की सुरक्षा, देश में आंतरिक सुरक्षा की हालत और देश के महत्वपूर्ण और सामरिक संस्थाओं की सुरक्षा पर समीक्षा की जा रही है.
तीसरी बैठक स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने ली. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के सभी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ और फार्मा विभाग के सभी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर इस बात की समीक्षा की है कि देश में अस्पतालों और सरकारी स्वस्थ सुविधाओं की हालत कैसी है और आपात हालात के लिए जरूरी दावों की उपलब्धता पर समीक्षा कर की है.
वित्त मंत्री ने आज शाम बुलाई बैठक
चौथी महत्वपूर्ण बैठक वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुलाई है. इस बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज शाम बैंकों और वित्तीय संस्थानों की साइबर सुरक्षा तैयारियों पर समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगी. इस में इस बात पर फोकस हो सकता है कि साइबर अटैक की स्थिति से कैसे निपटा जाएगा. सभी मंत्रियों ने अपने-अपने मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठकें की, जिसमें सीमा और आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था, सीमावर्ती राज्यों, वित्तीय व्यवस्था और स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर समीक्षा की जा रही है.
कृषि मंत्री ने भी की बैठक
इस सिलसिले में 5वीं अहम बैठक कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ले रहे हैं. वे अन्न की उपलब्धता को लेकर समीक्षा बैठक कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘हम आतंकवादियों को नहीं छोड़ेंगे, हमने आतंकी ठिकानों पर हमला किया, लेकिन नागरिकों पर नहीं. कृषि विभाग के तौर पर हमारी जिम्मेदारी खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना है. हमारे कृषि भंडार भरे हुए हैं. गेहूं, चावल या अन्य अनाज, हमारे पास पर्याप्त मात्रा में हैं. जवान सीमा पर तैनात हैं और वैज्ञानिक खेतों में किसानों के साथ हैं. खेतों में किसानों के साथ काम करना और उत्पादन बढ़ाना हमारी जिम्मेदारी है.’