महाराजगंज (लाल बहादुर जायसवाल)। साइबर क्राइम थाने की टीम ने जन्म प्रमाणपत्र बनाने के फर्जीवाड़े का पर्दाफाश करते हुए गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। जबकि मुख्य सरगना अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है।
मौके से पुलिस ने 141 फर्जी जन्म प्रमाणपत्र, दो मोबाइल फोन और 900 रुपये नकद बरामद की। मोबाइल फोन का इस्तेमाल फर्जी प्रमाणपत्र तैयार करने के लिए किया जा रहा था। इस कार्रवाई से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।
पूछताछ में पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि वह लोगों से संपर्क कर उनके नाम, जन्म तिथि, माता-पिता का नाम और अन्य व्यक्तिगत जानकारी लेते थे। इसके बाद एक फर्जी वेबसाइट के माध्यम से कूटरचित तरीके से जन्म प्रमाणपत्र तैयार करते थे। गिरोह हर फर्जी प्रमाणपत्र के बदले 300 से 350 रुपये की वसूली करता था। इस नेटवर्क का संचालन त्रिलोकी निवासी पैकौली, थाना कोठीभार है।
गिरोह के दो सक्रिय सदस्य भोला कुमार यादव निवासी भारत खंड पकड़ी और मोहम्मद कैफ निवासी वार्ड नंबर 11 महजिदिया को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। जहां से दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया। साइबर थाना प्रभारी सजनू यादव के अनुसार, सूचना मिलने पर त्वरित कार्रवाई की गई।
गिरोह के मुख्य सरगना की तलाश में टीम जुटी है। जल्दी ही उसे भी दबोच लिया जाएगा। पूछताछ में मिली जानकारी के अनुसार आगे की कार्रवाई की जा रही है।
नौ माह पहले भी गिरफ्तार हुआ था फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनाने का आरोपी : निचलौल क्षेत्र के डोमा गांव से साइबर टीम ने नौ माह पहले फर्जी वेबसाइट के माध्यम से फर्जी आधार कार्ड और जन्म प्रमाणपत्र बनाने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया था। वह प्राथमिक विद्यालय की आईडी और रबर के कृत्रिम क्लोन बनाकर साइबर, ऑनलाइन फ्रॉड को अंजाम दे रहा था। उसके पास से दो लैपटाॅप, दो प्रिंटर, चार रबर के बायोमेट्रिक क्लोन, एक आइरिस डिवाइस, एक वेबकैम मय लैंप, एक फिंगर प्रिंट स्कैनर, एक जीपीएस, दो लैपटाॅप चार्जर, पांच केबल, एक लेमिनेशन मशीन, एक पेपर स्कैनर मशीन, चार मोबाइल, 24 आधार कार्ड, सात जन्म प्रमाणपत्र, 34 आधार कार्ड की रसीद, 76 आधार कार्ड बनाने का फार्म, 13 भरा हुआ आधार कार्ड बनाने का फार्म, 860 रुपये नकदी बरामद हुए थे।