नई दिल्ली: बंगाल की खाड़ी में जन्मे चक्रवाती तूफान Montha ने मंगलवार रात आंध्र प्रदेश के काकीनाडा में लैंडफॉल करते ही भयंकर तबाही मचाई। तूफान की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच गई, और शाम 7:30 बजे से रात 1 बजे तक तेज हवाओं और भारी बारिश ने लोगों की जिंदगी अस्त-व्यस्त कर दी।
बुधवार की सुबह तूफान ने 74 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ओडिशा को भी झकझोर दिया। तेज हवाओं और भारी वर्षा ने कई इलाकों में तबाही मचा दी। अब यह तूफान धीरे-धीरे कमजोर पड़ते हुए 37 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने इसके असर को देखते हुए 13 राज्यों में भारी बारिश और तूफानी हवाओं का अलर्ट जारी किया है।
VIDEO | Andhra Pradesh: Visuals show aftermath of Cyclone Montha in Kakinada.
Severe Cyclonic storm Montha made landfall off the coast of Andhra Pradesh, causing disruptions in the southern state, while the impact was also felt in neighbouring Odisha, where normal life was… pic.twitter.com/OP4Wnl0NfI
— Press Trust of India (@PTI_News) October 29, 2025
कहां-कहां होगी बारिश?
IMD के अनुसार, 29 से 31 अक्टूबर तक कई राज्यों में तेज हवाओं और बारिश की संभावना है:
पश्चिम बंगाल: गंगा तटीय क्षेत्र में हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ छींटे।
बिहार और झारखंड: 30 और 31 अक्टूबर को बारिश।
सिक्किम और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल: 30 अक्टूबर से 1 नवंबर तक।
ओडिशा: 29 अक्टूबर को भारी बारिश।
मध्य प्रदेश (पूर्वी और पश्चिमी), विदर्भ और छत्तीसगढ़: 29 और 30 अक्टूबर को विभिन्न स्थानों पर बारिश।
कोंकण, गोवा और मध्य महाराष्ट्र: हल्की से मध्यम बारिश और तूफानी गतिविधि।
गुजरात: मराठवाड़ा में बहुत भारी वर्षा; सौराष्ट्र और कच्छ में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश।
तूफान की वर्तमान स्थिति
तूफान Montha अब छत्तीसगढ़ और विदर्भ के ऊपर से उत्तर की ओर बढ़ रहा है। अगले 12 घंटों में यह कमजोर होने की संभावना है। मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि पूर्वी मध्य अरब सागर पर स्थित कम दबाव का क्षेत्र स्थिर है और अगले 36 घंटों में धीरे-धीरे उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ सकता है।
मुख्य प्रभावित इलाके
बीते 24 घंटों में तूफान की गति और केंद्र इस प्रकार रहा:
छत्तीसगढ़ और विदर्भ: 17 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ा।
कांकेर (छत्तीसगढ़): तूफान का केंद्र काकीनाडा से लगभग 110 किमी दूर।
जगदलपुर और चंद्रपुर: क्रमशः 150 किमी दूर पश्चिम-उत्तरपश्चिम और पूर्व-दक्षिणपूर्व।
रामगुंडम (तेलंगाना) और नागपुर (महाराष्ट्र): क्रमशः 160 किमी दूर उत्तर-पूर्व और 240 किमी दूर दक्षिण-पूर्व।
इस बीच, तेज हवाओं और लगातार बारिश के कारण स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग सतर्क हैं। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की चेतावनी दी गई है।






