देहरादून (आनन्द श्रीवास्तव)। उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के रजत जयंती समारोह के अवसर पर राजधानी देहरादून में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित दौरे को लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां जोरों पर हैं। इस अवसर को ऐतिहासिक बनाने के लिए जिला प्रशासन और विभिन्न विभागों की टीमें पूरी सक्रियता के साथ जुटी हुई हैं।
प्रवासी सम्मेलन और सैन्यधाम लोकार्पण की तैयारियों की समीक्षा
जिलाधिकारी सविन बसंल ने आगामी प्रवासी उत्तराखण्डी सम्मेलन तथा सैन्यधाम के प्रस्तावित लोकार्पण कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक में लोक निर्माण विभाग, एमडीडीए, नगर निगम, विद्युत विभाग, वन विभाग सहित अन्य संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
सड़क, सौंदर्यीकरण और सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान
डीएम बसंल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रस्तावित रूट और कार्यक्रम स्थलों तक जाने वाले मार्गों पर सड़क मरम्मत, सौंदर्यीकरण और सफाई कार्य समयबद्ध रूप से पूर्ण किए जाएं। उन्होंने झूलती विद्युत लाइनों को व्यवस्थित करने, गिरासू पेड़ों की लोपिंग करने तथा शहर की समग्र छवि को स्वच्छ और आकर्षक बनाने पर बल दिया।
पेयजल और विद्युत व्यवस्था को लेकर भी दिशा-निर्देश
जिलाधिकारी ने उद्यान एवं पेयजल विभाग को कार्यक्रम स्थलों पर पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने विद्युत विभाग को भी कार्यक्रम के दौरान निर्बाध बिजली आपूर्ति और सुरक्षा मानकों का पालन करने के आदेश दिए।
प्रशासनिक मशीनरी पूरी तरह अलर्ट
उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के 25 वर्ष पूरे होने पर यह आयोजन राज्य की गौरवपूर्ण यात्रा का प्रतीक माना जा रहा है। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के प्रस्तावित आगमन को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां और प्रशासनिक इकाइयाँ पूर्ण रूप से सतर्क हैं।
कार्यक्रमों की रूपरेखा और समय-सारणी को अंतिम रूप देने के लिए प्रशासनिक स्तर पर लगातार बैठकों का दौर जारी है। जिला प्रशासन ने सभी विभागों को निर्धारित समयसीमा के भीतर तैयारी पूरी करने के सख्त निर्देश दिए हैं।






