नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में बारिश का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आगामी 16 से 20 सितंबर के बीच प्रदेश के पूर्वांचल समेत 18 जिलों में भारी बारिश और वज्रपात की संभावना जताई है। इस दौरान मूसलाधार बारिश के चलते कई इलाकों में जनजीवन प्रभावित हो सकता है, इसलिए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। IMD की ताजा अपडेट के अनुसार, इस अवधि में बारिश की गतिविधि सक्रिय रहेगी और बिजली गिरने के साथ तेज गर्जना भी होगी। आइए जानें कौन-कौन से जिले हैं इस अलर्ट की चपेट में और किन बातों का रखें विशेष ध्यान।
भारी बारिश का अलर्ट जारी, पूर्वांचल के 18 जिलों में चेतावनी
मौसम विभाग के मुताबिक, प्रदेश के पूर्वी हिस्से में खासकर पूर्वांचल क्षेत्र के 18 जिलों में आज कई जगहों पर गरज के साथ मूसलाधार बारिश और वज्रपात की संभावना जताई गई है। इस दौरान लखीमपुर खीरी, बहराइच, गोंडा, कुशीनगर, गोरखपुर, बलिया, मऊ, अयोध्या सहित कई जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में भारी बारिश से सावधान रहने की हिदायत दी गई है।
पश्चिमी यूपी में भी बारिश की संभावना, लेकिन अलर्ट नहीं
वहीं प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है, लेकिन वहां मौसम विभाग ने कोई गंभीर चेतावनी नहीं दी है। सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बरेली, शाहजहांपुर और रामपुर जैसे जिलों में आज एक-दो जगहों पर बारिश होने की संभावना है।
राजधानी लखनऊ समेत अन्य जिलों में बिजली गिरने का खतरा
राजधानी लखनऊ के साथ-साथ उन्नाव, प्रयागराज, वाराणसी, जौनपुर, सुल्तानपुर जैसे जिलों में गरज-चमक के साथ एक या दो स्थानों पर बारिश हो सकती है। साथ ही इन इलाकों में बिजली गिरने का भी खतरा बताया गया है, इसलिए जनता को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। प्रदेश के बाकी हिस्सों में मौसम फिलहाल शुष्क रहने की संभावना है।
आने वाले दिनों का मौसम कैसा रहेगा?
मौसम विभाग के मुताबिक, 16 और 17 सितंबर को पूर्वांचल के ज़्यादातर जिलों में भारी बारिश का खतरा बना रहेगा। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी कुछ जगहों पर गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। 18 से 20 सितंबर के बीच प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में बौछारें पड़ने के साथ-साथ पूर्वांचल में भी कई जगहों पर झमाझम बारिश होगी।
बारिश से तापमान में होगी गिरावट, उमस से मिलेगी राहत
बारिश के कारण प्रदेश के अधिकतम तापमान में भी कमी आने की उम्मीद है। अगले पांच दिनों के दौरान तापमान में 4 से 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है, जबकि न्यूनतम तापमान में ज्यादा बदलाव नहीं होगा। इस बदलाव से लोगों को गर्मी और उमस से कुछ हद तक राहत मिलेगी।






