नौतनवा, महराजगंज (दिनेश जायसवाल)| पुलिस प्रशासन की कार्यशैली एक बार फिर सवालों के घेरे में है। नौतनवा नगर के वार्ड संख्या 20, जयप्रकाश नगर निवासी किशन कुमार मद्देशिया ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जनसुनवाई पोर्टल के माध्यम से शिकायती पत्र भेजकर थाना नौतनवा के पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
किशन कुमार के शिकायती पत्र के अनुसार, किशन कुमार की बहन मुन्नी देवी, जो वार्ड नंबर 16, बहादुर शाह नगर, नौतनवा में रहती हैं, उनका उनके पड़ोसी द्वारा गंदा पानी गिराने को लेकर कहासुनी हो गई थी। इस पर 112 नंबर डायल कर पीआरबी को सूचना दी गई, जिसके बाद पीआरबी कोबरा मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर अगली सुबह 10 बजे थाना आने को कहकर चली गई।
शिकायतकर्ता किशन कुमार ने बताया कि इस घटना की सूचना पर जब वह अपनी बहन के घर पहुंचे, तो वहां तीन पुलिसकर्मी – अनुज सिंह, धर्मेंद्र तिवारी और लक्ष्मीशंकर यादव पहुंचे। किशन का आरोप है कि इन पुलिसकर्मियों ने उनके साथ गाली-गलौज, धमकी, और दुर्व्यवहार किया। किशन का कहना है कि जब वह अपनी सुरक्षा के मद्देनज़र घटना का वीडियो बनाना चाह रहे थे, तो सिपाहियों ने उनका मोबाइल फोन छीन लिया, हाथ मरोड़ दिया और जबरन मोटरसाइकिल पर बिठाकर रात लगभग 10 बजे थाने ले गए।
शिकायतकर्ता का यह भी आरोप है कि थाने पहुंचने के बाद भी उनका मोबाइल वापस नहीं किया गया, और पूरे घटनाक्रम में पुलिस ने उन्हें मानवाधिकार का उल्लंघन, गुंडों जैसी भाषा और अमानवीय व्यवहार से डराया और धमकाया।
उन्होंने आगे कहा कि उन्हें आशंका है कि पुलिस द्वारा उन्हें तथा उनके सहयोगियों को कभी भी झूठे मुकदमे में फंसाया जा सकता है, जिससे वह भय और दहशत में हैं।
किशन ने मुख्यमंत्री से सिपाही अनुज सिंह, लक्ष्मीशंकर यादव और धर्मेंद्र तिवारी के विरुद्ध विभागीय और कानूनी कार्यवाही की मांग की है।