काठमांडू: नेपाल में प्रदर्शनकारियों का आतंक बढ़ता जा रहा है, लगातार हिंसक हो रहे प्रदर्शन में पूर्व प्रधानमंत्री झालानाथ खनाल की पत्नी रविलक्ष्मी चित्रकार की भी जान चली गई है, प्रदर्शनकारियों पर ही उन्हें जिंदा जलाकर मार डालने का आरोप लगाया गया है. नेपाली मीडिया में किए गए दावे के मुताबिक उनहें कीर्तिपुर बर्न अस्पताल ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान ही उनकी मौत हो गई है.
झालानाथ खनल 2011 में नेपाल के प्रधानमंत्री रहे थे, बेशक उनका कार्यकाल कम रहा, लेकिन नेपाल की राजनीति में उनका अच्छा खासा प्रभाव रहा है, वह सीपीएन के वरिष्ठ नेता हैं, मंगलवार को उनके दल्लू स्थित घर में प्रदर्शनकारियों ने आग लगा दी थी, जिसमें उनकी पत्नी गंभीर रूप से झुलस गईं, खनाल को नेपाल की सेना द्वारा घर में आग लगने से पहले ही रेस्क्यू कर लिया गया था.
🚨 🇳🇵Nepal: Army evacuates ministers from Bhaisepati homes via helicopter amid escalating protests, arson, and vandalism
Minister’s residence set ablaze. Troops deployed to protect parliament; senior officials secured in military barracks. PM Oli in talks with ministers pic.twitter.com/uHtaxZJ91H
— Lisa Singh (@YakushinaLisa) September 9, 2025
बेटे के साथ घर पर थीं पूर्व पीएम की पत्नी
सीपीएन के नेता नरेश शाही के मुताबिक प्रदर्शनकारियों ने जब पूर्व पीएम खनाल के आवास पर आग लगाई, उस समय पूर्व पीएम की पत्नी अपने बेटे निर्भीक खनाल के साथ घर पर थीं, आग लगते ही आनन फानन में उन्हें छावनी स्थित नेपाली सेना के अस्पताल में ले जाया गया, जहां उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया, इसके बाद उन्हें कुछ समय तक आईसीयू में भी रखा गया. हालांकि वह बहुत बुरी तरह झुलसी थीं, ऐसे में उन्हें स्पेशल बर्न यूनिट कीर्तिपुर रेफर किया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया.
🚨🇳🇵 PM & 6 ministers evacuated by army to secret location
Protesters set fire to PM & VP residences, vandalized VIP area in Kathmandu
All flights at Tribhuvan Int’l Airport suspended
Protesters citing officials’ “corruption & lavish lifestyles.”
Ministers airlifted by Army https://t.co/aptEmUvRwh pic.twitter.com/AxBZbfyfHC
— Lisa Singh (@YakushinaLisa) September 9, 2025
पूर्व पीएम को सेना ने किया था रेस्क्यू
पूर्व पीएम झालानाथ खनल के आवास पर पहले से ही हमले की आशंका जताई जा रही थी, प्रदर्शनकारी उनके घर तक बढ़ते उससे पहले ही सेना ने पूर्व पीएम को वहां से निकाल लिया था, हालांकि सेना को इस बात का अंदेशा नहीं था कि पूर्व पीएम के न होने पर भी उनके घर को निशाना बनाया जा सकता है. सेना की इसी चूक की वजह से पूर्व पीएम की पत्नी को बचाया नहीं जा सका और प्रदर्शनकारियों ने उनके आवास को आग के हवाले कर दिया.






