BJP राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में हो सकती है देरी, पहले बचे 5 राज्यों पर करेगी फोकस

नई दिल्ली: बीजेपी सूत्रों के मुताबिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में अभी और विलंब होने की संभावना है. राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव से पहले पार्टी आला नेतृत्व उत्तर प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, दिल्ली और हरियाणा जैसे करीब 5 राज्यों में प्रदेश अध्यक्षों के चुनाव पर फोकस कर रही है. मिली जानकारी के मुताबिक इन प्रदेश अध्यक्षों के नाम राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन से पहले तय किए जाएंगे.

अब तक बीजेपी लगभग 27 प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति कर चुकी है. मध्य प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र जैसे बड़े राज्यों में संगठन की कमान नए चेहरों को सौंप दी गई है, लेकिन उत्तर प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, हरियाणा और दिल्ली में प्रदेश अध्यक्ष का फैसला अभी लंबित है. फिलहाल बीजेपी में सबसे बड़ा सवाल ये है कि संसद के मानसून सत्र से पहले बीजेपी को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिलेगा या नहीं. संसद सत्र शुरू होने में अब महज 9 दिन बाकी हैं.

चुनाव में बीजेपी और आरएसएस दोनों की बराबर

पार्टी के सूत्रों के मुताबिक राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में बीजेपी और आरएसएस दोनों की बराबर भूमिका होती है. अध्यक्ष का चुनाव महज बीजेपी का अंदरूनी मामला भर नहीं है बल्कि इस फैसले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सहमति भी उतनी ही जरूरी होती है. नए अध्यक्ष को लेकर जब तक संघ के साथ किसी नाम पर पूरी तरह सहमति नहीं बन जाती तब तक चुनाव संभव नहीं है. फिलहाल संगठन लगातार एक्शन मोड में है लेकिन राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर किसी एक नाम पर सहमति नहीं बन सकी है.

कहां अटकी बात?

बीजेपी में अध्यक्ष चयन की प्रक्रिया में अंतिम मुहर अक्सर संघ की ओर से ही लगता है. अध्यक्ष ऐसा चेहरा होना चाहिए, जो सब को साथ लेकर चल सके और संघ के सिद्धांतों के प्रति भी प्रतिबद्ध हो. 10 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश दौरे से स्वदेश वापसी के बाद दिल्ली में संगठन स्तर पर हलचल जरूर बढ़ी है लेकिन सूत्र बताते हैं कि आरएसएस से राय मशविरे के बगैर राष्ट्रीय अध्यक्ष की घोषणा नहीं की जा सकती.

संघ की सहमति के बिना तय नहीं

पार्टी सूत्रों के मुताबिक अगले एक हफ्ते में काफी हद तक संगठन की चुनावी प्रक्रिया की तस्वीर साफ हो जाएगी लेकिन इतना तय है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर कोई भी नाम संघ की सहमति के बिना तय नहीं होगा. यहां एक बात स्पष्ट है की संसद सत्र से पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति अब संभव नजर नहीं आ रहा है. ऐसे में राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति में एक बार फिर देरी होने की संभावना है.

27 राज्यों में प्रदेश अध्यक्षों के चुनाव का काम पूरा

बहरहाल बीजेपी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए जरूरी 50 फीसदी राज्यों में प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव का कोरम पूरा कर लिया है, जो राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव के लिए जरूरी होता है. बीजेपी ने अपने कुल 37 सांगठनिक प्रदेशों में से 27 राज्यों में प्रदेश अध्यक्षों और संगठन के चुनाव का काम पूरा कर लिया है. अब यूपी समेत करीब 5 राज्यों में अगले कुछ दिनों में चुनाव पूरा करने के बाद ही राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया पूरी की जाएगी.

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