नई दिल्ली: 13 जनवरी 2025, डॉलर इंडेक्स ऐसे पीक पर था, जहां से लग रहा था कि अब डॉलर अपने पुराने सभी रिकॉर्ड धराशाई कर देगा. ये वो दौर था, जब डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति पद की शपथ लेनी थी. उसके बाद टैरिफ का ऐलान होता चला गया और डॉलर इंडेक्स आता चला गया. जनवरी के पीक से अब तक डॉलर इंडेक्स करीब 10 फीसदी नीचे आ चुका है. मौजूदा समय में डॉलर इंडेक्स 100 से नीचे लेवल पर है. तमाम विदेशी मीडिया रिपोर्ट की मानें तो डॉलर इंडेक्स मौजूदा समय में ती साल के लोअर लेवल पर है. लेकिन आज बात इससे आगे की होगी. अनुमान ये लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में डॉलर इंडेक्स 95 के लेवल पर आ सकता है. खास बात तो ये है कि अगर डॉलर इंडेक्स 95 के लेवल पर होगा तो रुपया किस लेवल पर आएगा?
एक्सपर्ट के अनुसार डॉलर इंडेक्स के 95 के लेवल के पर आने के बाद रुपए 83 या उससे नीचे भी आ सकता है. इसका मतलब है कि डॉलर इंडेक्स के गिरने का फायदा रुपए को हुआ दिखाई दे सकता है. जो बीते कुछ दिनों में देखने को भी मिला है. शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले में रुपए में 60 पैसे ज्यादा की तेजी देखने को मिली थी. जोकि दो महीने के बाद किसी भी एक दिन में रुपए में डॉलर के मुकाबले में सबसे बड़ी तेजी थी. जानकारों की मानें आने वाले दिनों में डॉलर इंडेक्स में और गिरावट देखने को मिल सकती है.
डॉलर इंडेक्स में आएगी और गिरावट
डॉलर इंडेक्स में और गिरावट देखने को मिल सकती है. जानकारों की मानें तो जिस तरह से ट्रंप चीन पर टैरिफ लगा रहा है. उसी तरह से चीन भी अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर टैरिफ लगा रहा है. जिसका असर दुनिया की सबसे बड़ी करेंसी डॉलर पर पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है. फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स एलएलपी के ट्रेजरी हेड और एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अनिल कुमार भंसाली ने कहा कि रुपए के 86 से ऊपर जाने की उम्मीद है, जबकि डॉलर इंडेक्स सितंबर के निचले स्तर 100 से नीचे आ गया है. इसके 95 के लेवल तक गिरने की उम्मीद है. मतलब है कि इसका फायदा रुपए को होने के आसार हैं.
रुपए में कितना होगा सुधार
एचडीएफसी सिक्योरिटीज में कमोडिटी करेंसी के हेड अनुज गुप्ता ने कहा कि डॉलर इंडेक्स में काफी गिरावट देखने को मिली है. वहीं दूसरी ओर दुनिया की बाकी करेंसी करेंसी में भी गिरावट देखी जा रही है. लेकिन डॉलर में गिरावट का फायदा रुपए को होता हुआ दिखाई दे सकता है. जैसा कि शुक्रवार को भी देखने को मिला था. अगर डॉलर इंडेक्स 95 के लेवल पर पहुंचा तो मौजूदा लेवल से रुपए को 3 से 4 रुपए का फायदा होता हुआ दिखाई दे सकता है. इसका मतलब है कि डॉलर के मुकाबले में रुपया 82 से 83 रुपए के बीच देखने को मिल सकता है, जोकि रुपए में करीब एक से डेढ़ साल का हाई होगा.
डॉलर इंडेक्स में कितना आई गिरावट
अगर बात सोमवार की करें तो इंडेक्स मार्केट में डॉलर इंडेक्स 0.63 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है. आंकड़ों को देखें तो डॉलर इंडेक्स 99.47 के लेवल पर कारोबार कर रहा है. वैसे बीते 5 कारोबारी दिनों में डॉलर इंडेक्स में 3.66 फीसदी की गिरावट देखी जा चुकी है. जबकि एक महीने में डॉलर इंडेक्स करीब 4 फीसदी तक टूट चुका है. बीते तीन महीने की बात करें तो डॉलर इंडेक्स में करीब 10 फीसदी की गिरावट देखी जा चुकी है. मौजूदा साल में डॉलर इंडेक्स में 8.30 फीसदी की गिरावट देखने को मिल चुकी है. बीते एक साल में डॉलर इंडेक्स 6.34 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है.
भारत का करेंसी मार्केट है बंद
वहीं दूसरी ओर सोमवार को भारत का करेंसी मार्केट अंबेडकर जयंति की वजह से बंद है. लेकिन शुक्रवार को विदेशी करेंसी एक्सचेंज मार्केट में डॉलर के मुकाबले रुपया 58 पैसे के उछाल के साथ 86.10 प्रति डॉलर पर बंद हुआ. अमेरिकी डॉलर में तेज गिरावट और घरेलू शेयर बाजारों में उछाल के कारण रुपए में मजबूती आई. रुपए में तेजी का कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा 9 जुलाई तक भारत पर 26 प्रतिशत जवाबी शुल्क को निलंबित रखना है जिसके अगले दिन रुपए में यह तेजी आई. इंटर बैंक फॉरेन करेंसी एक्सचेंज मार्केट में रुपया 46 पैसे उछलकर 86.22 प्रति डॉलर पर खुला. कारोबार के दौरान यह डॉलर के मुकाबले 85.95 के उच्च स्तर पर पहुंचने के बाद अंत में 86.10 प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव से 58 पैसे का उछाल दर्शाता है. रुपया बुधवार को 42 पैसे टूटकर 86.68 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था.